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चाचा ने दी समझाइश, तो भतीजे ने मारने के लिए चुराई जज की पिस्टल

आरोपी विशाल ने पुलिस को बताया कि उसने बंदूक चुराई थी, क्योंकि वह अपने चाचा को मारना चाहता था, जिसने उसे अपमानित किया था.

Updated on: 03 Jan 2022, 11:45 AM

highlights

  • नौकर ने घर से दो मोबाइल फोन भी चोरी किए थे
  • विशाल ने पुलिस को बताया कि उसने बंदूक चुराई थी
  • पुलिस ने साजिश का भंडाफोड़ कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया

नई दिल्ली:

ओडिशा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति आईएम कुद्दुसी के बेटे राहत  कुद्दुसी के एक स्पेनिश लाइसेंस पिस्तौल चोरी करने के आरोप में घर में काम करने वाले नौकर को गिरफ्तार किया गया. नौकर ने घर से दो मोबाइल फोन भी चोरी किए थे. आरोपी विशाल गिरी को उसके भाई रितेश गिरी के साथ गिरफ्तार किया है और उसके पास से पिस्टल और कारतूस भी बरामद किया है. विशाल ने पुलिस को बताया कि उसने बंदूक चुराई थी, क्योंकि वह अपने चाचा को मारना चाहता था, जिसने उसे अपमानित किया था. उन्होंने कहा, "मैंने अपने भाई रितेश को भी अपराध में शामिल किया, जिन्होंने प्रयागराज में मेरे घर में हथियार छिपाने में मेरी मदद की." पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अपर्णा गौतम ने मामले की जांच की थी. उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर को राहत कुद्दूसी ने हजरतगंज इलाके में अपने लॉरेंस टेरेस आवास से लाइसेंसी पिस्तौल, मोबाइल और नकदी की चोरी के बारे में पुलिस को सूचित किया था.

विशाल की भूमिका पर संदेह था

स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ), हजरतगंज, श्याम बाबू शुक्ला ने कहा, "राहत कुद्दुसी को घर में काम करने वाले विशाल की भूमिका पर संदेह था, जिसे उन्होंने हाल ही में काम पर रखा था. हमने राहत के घर पर एक और काम करने वाले शख्स सलमान से पूछताछ की, जिसकी सिफारिश पर विशाल को काम पर रखा गया था. सलमान ने विशाल का पता दिया जो प्रयागराज में था. पुलिस की एक टीम ने विशाल को गिरफ्तार किया. उसने खुद को निर्दोष बताया, लेकिन लगातार पूछताछ के दौरान वह टूट गया."

अपमानित महसूस कर रहा था

विशाल ने पुलिस को बताया कि हाल ही में उसके माता-पिता को उसके चाचा ने पूरे गांव के सामने पीटा था और वह अपमानित महसूस कर रहा था. विशाल ने पूछताछ के दौरान बताया कि "जिस दिन से मेरे घर वालों ने अपमानित किया गया था, उस दिन से मैंने शहर में एक अच्छी नौकरी की तलाश शुरू कर दी ताकि मैं पैसे कमा सकूं और अपने चाचा को मारने के लिए हथियारों की व्यवस्था कर सकूं. इस बीच, मैं सलमान से मिला जो लखनऊ में एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश के घर पर काम करते थे और वह छुट्टी पर जाना चाहता था. मैंने पिस्तौल देखी थी इसलिए मैंने वहां काम करना शुरू कर दिया."हालांकि, इससे पहले कि वह योजना को अंजाम दे पाता, पुलिस ने साजिश का भंडाफोड़ कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.