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MP: संदिग्ध हालत में मिली बेटी, पिता ने फ्रेंड्स पर लगाया हत्या की कोशिश का आरोप

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक छात्रा नौ दिन पहले संदिग्ध हालत में बेहोश मिली थी। छात्रा अब भी अस्पताल में कोमा में है। पुलिस के अनुसार यह दुर्घटना है जबकि छात्रा के पिता ने इसे हत्या की कोशिश करार दिया है।

Updated on: 15 Jun 2017, 09:14 PM

नई दिल्ली:

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक छात्रा नौ दिन पहले संदिग्ध हालत में बेहोश मिली थी। छात्रा अब भी अस्पताल में कोमा में है। पुलिस के अनुसार यह दुर्घटना है जबकि छात्रा के पिता ने इसे हत्या की कोशिश करार दिया है। पुलिस ने छात्रा के पिता की शिकायत के बाद भी प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की गई है।

यह घटना आयुर्वेदिक कॉलेज की छात्रा रचना (काल्पनिक नाम) के साथ घटी है, जो 9 दिनों से कोमा में है और उसे एक अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है। पुलिस छात्रा के पिता की लिखित शिकायत के बावजूद इसे दुर्घटना से ज्यादा कुछ मानने को तैयार नहीं है।

पुलिस के अनुसार, चूना भट्टी क्षेत्र में बन रहे अंडर ब्रिज के पास रचना घायल अवस्था में मिली थी, जिसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह महज दुर्घटना का मामला है।

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जबकि रचना के पिता के अनुसार, यह कहानी कुछ अलग ही है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना कुछ युवकों ने बेटी के ही मोबाइल से उन्हें दी थी। वे जब छतरपुर से यहां पहुंचे तो उन युवकों ने उन्हें रचना का वाहन (होंडा एक्टिवा) और मोबाइल फोन सौंपा।

इन्हीं छात्रों में से एक ने 108 नंबर पर फोन करके एम्बुलेंस बुलाई थी और पुलिस में दुर्घटना की शिकायत दर्ज कराई थी। ये छात्र विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई करते हैं।

रचना के पिता ने कहा, 'पड़ोसी भी इस बात की तस्दीक करते हैं कि घटना की रात लगभग तीन से चार बजे के बीच तीन लड़के एक बड़ा-सा ब्रीफ केस लेकर कमरे से निकले थे, मगर उस वक्त उनके साथ रचना नहीं थी। अनुमान है कि उसी ब्रीफ केस में छात्रा को ले जाया गया होगा।

उसके बाद वे तीनों युवक सुबह छह बजे दोबारा कमरे पर आए और ताला काटने लगे। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने रचना के दुर्घटना में घायल होने की बात कही। साथ ही ताला बदल दिया।'

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रचना के पिता ने कहा, 'जब वे कमरे पर गए तो सामान फैला हुआ था, एक डिब्बे में पास्ता और भुनी हुई प्याज रखी थी। पूरा सामान अस्त-व्यस्त था। लेकिन जब दूसरे दिन रूम पर पहुंचे तो देखा कि सबकुछ सामान्य था।'

पिता के अनुसार, छात्रा के माथे और कान के पीछे चोट है। जानकारों का मानना है कि कान के पीछे की चोट दुर्घटना में लगना आसान नहीं है। इसके पीछे कोई साजिश हो सकती है।

रचना के पिता ने सोमवार को कोलार थाने में शिकायत दी, मगर पुलिस ने अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।

कोलार थाने के प्रभारी कुंवर सिंह मुकाती ने कहा, 'छात्रा अपने एक मित्र के साथ मोटरसाइकिल पर थी, जो डिवाइडर से टकरा गई और दोनों घायल हो गए। जहां तक छात्रा के पिता और पड़ोसियों के बयान की बात है, उसी आधार पर पुलिस जांच कर रही है। छात्रा के साथ आश्रय नामक छात्र घायल हुआ था, वह धामनोद गया है, उसे भी बुलाया गया है।'

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