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एकतरफा प्यार में किया 4 लोगों का कत्ल, पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा 

फाफामऊ क्षेत्र में चार लोगों की सामूहिक हत्या एकतरफा प्यार के चक्कर में की गई थी. एक अभियुक्त से की गई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है. पुलिस अब डीएनए भी कराने की तैयारी में है.

Updated on: 29 Nov 2021, 11:18 AM

प्रयागराज:

उत्तर प्रदेश के फाफामऊ में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. सामूहिक हत्या के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि आरोपी पवन ही पूरे हत्याकांड में शामिल है. वह एक लड़की को परेशान भी कर रहा था. लड़की उसे बार-बार मना कर रही थी फिर भी आरोप उसे लगातार मैसेज कर परेशान कर रहा था. एकतरफा प्यार के चलते ही पूरी वारदात को अंजाम दिया गया. हालांकि इस मामले में पुलिस पर भी एक्शन लिया गया है. इस मामले में आठ आरोपियों को हिरासत में लिया गया जबकि दो पुलिसकर्मी इस मामले में सस्पेंड भी किए गए.  

पुलिस ने जब मामले की जांच आगे बढ़ाई तो मृतका के मोबाइल पर आखिरी मैसेज और वैज्ञानिक साक्ष्य के साथ ही पुलिस की जांच में सहयोग न करने के आधार पर पुलिस ने आरोपी पवन सरोज को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में पवन लगातार अपना बयान बदल रहा था जिसके बाद उस पर शक और गहरा गया. पुलिस इस मामले की जांच वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर कर रही है. पुलिस को जांच में यह भी पता चला कि नामजद मुकदमे में मृतक पक्ष के भाई से आरोपी का विवाद था. सीएफएसएल जांच और डीएनए प्रोफाइल के बाद चार सामूहिक हत्याओं की गुत्थी सुलझ सकती है. एडीजी प्रेम प्रकाश ने ट्वीट कर मामले में जानकारी दी कि पवन सरोज ने लड़की के मोबाइल पर मैसेज भेजा था. लड़की ने अंतिम मैसेज आई हेट यू लिखकर पवन सरोज को भेजा था. पुलिस इसी मैसेज के आधार पर आरोपी पवन से पूछताछ कर रही है. मृतका छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय से स्नातक कर चुकी थी. विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी. 

डीएनए के आधार पर हो रही जांच
पुलिस के मुताबिक मृतका के साथ दुष्कर्म की भी पुष्टि की गई है. आरोपी के शरीर से चोट के कई निशान मिले हैं. पुलिस आरोपी का डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है. गिरफ्तार किए गए युवक के शरीर पर कई जगह चोट के निशान और उसके कपड़े पर खून के धब्बे भी पाए गए. पहले मृतका को नाबालिग बताया जा रहा था जिसके बाद इस मामले में पॉक्सो एक्ट के तरह केस दर्ज किया गया था. हालांकि मृतका के शैक्षणिक दस्तावेज से उसके बालिग होने की पुष्टि हुई है जिसके बाद पॉक्सो एक्ट की धाराएं कम की जा सकती हैं.