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पिता को वीडियो गेम था प्यारा, अपनी बच्ची को पीट-पीट कर जान से मारा

इंग्लैंड (England) के लिवरपूल (Liverpool) से एक बाप ने अपनी 4 महीने को पीट-पीट कर सिर्फ इसलिए मार डाला, क्योंकि बच्ची के रोने की वजह से उसे वीडियो गेम खेलने में परेशानी हो रही थी और बच्ची के रोने की आवाज को सुन-सुनकर वह इरीटेट हो चुका था.

Updated on: 01 Aug 2021, 01:44 PM

highlights

  • पिता ने की अपनी 4 महीने की बच्ची की हत्या
  • बच्ची के जान का दुश्मन बना वीडियो गेम
  • पिता को मिली 16 साल की कैद

नई दिल्ली:

मां-बाप के लिए बच्चे अनमोल होते हैं. बच्चों की खुशी के लिए मां-बाप क्या-क्या नहीं करते. बच्चे मां-बाप को भले तकलीफ पहुंचा दें, लेकिन मां-बाप से बच्चों की तकलीफ देखी नहीं जाती और बच्चों की खुशी के लिए मां-बाप कुछ भी कर गुजरते हैं. लेकिन इंग्लैंड (England) के लिवरपूल (Liverpool) से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने इस पूरी परिभाषा को ही गलत साबित कर दिया है. यहां एक बाप ने अपनी 4 महीने को पीट-पीट कर सिर्फ इसलिए मार डाला, क्योंकि बच्ची के रोने की वजह से उसे वीडियो गेम खेलने में परेशानी हो रही थी और बच्ची के रोने की आवाज को सुन-सुनकर वह इरीटेट हो चुका था. सिर्फ इसी वजह से 29 वर्षीय पिता जॉर्डन ने पिता शब्द की गरिमा को कलंकित कर दिया.

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बच्ची के जान का दुश्मन बना वीडियो गेम

लोगों को सोचने पर मजबूर करने वाला ये मामला पिछले साल दिसंबर में सामने आया था. कुछ ही दिनों पहले इंग्लैंड (England) के लिवरपूल (Liverpool) में रहने वाले 29 साल के जॉर्डन और उसकी पत्नी जेड बेल ने सितंबर माह में विलो नाम की एक बच्ची को जन्म दिया था. बच्ची के साथ ये घटना तब हुई, जब बेल अपनी बेटी को पति के साथ छोड़कर काम पर गई थी. इस दौरान जॉर्डन विलो के साथ घर पर था लेकिन किसी कारणवश अचानक विलो रोने लगी. वो काफी तेज आवाज में रो रही थी. विलो की तेज आवाज के कारण जॉर्डन को वीडियो गेम खेलने में डिस्टर्बेंस हो रही थी. बजाय बेटी को चुप कराने के उसने अपनी बेटी को पीटना शुरू कर दिया.

बच्ची के रोने व पिता के चीखने की आवाजें बाहर सुनाई दीं

जिस दिन ये दुर्घटना हुई, उस दिन पड़ोसियों को पहले जॉर्डन की बेटी की रोने की आवाजें सुनाई दीं. लोगों ने इस पर उतना ध्यान नहीं दिया, क्योंकि नवजन्मे बच्चों का रोना किसी के लिए भी आम बात है. लेकिन इसके बाद पड़ोसियों को जॉर्डन के चीखने की आवाजें भी सुनाई दीं. मानो वह बच्ची के ऊपर चीख रहा था. इसके अलावा जॉर्डन के जोर-जोर से शट अप बोलने की आवाजें भी लोगों को सुनाई दे रही थी. इसके बाद अचानक से कुछ पटके जाने की आवाज आई और फिर पूरे घर में सन्नाटा छा गया. बच्ची को चोट लगने के बाद खुद जॉर्डन अपनी घायल बेटी को लेकर अस्पताल पहुंचा था, जहां तीन दिन तक बच्ची का इलाज चला और उसे बचाने की पूरी कोशिश की गई. तीन दिनों के बाद विलो की मौत हो गई. पूछे जाने पर पहले तो जॉर्डन ने बताया कि उसकी बेटी विलो सोफे से गिर गई थी, जिसके तुरंत बाद बाद वह बेटी को लेकर हॉस्पिटल आ गया था. लेकिन बाद में डॉक्टर्स ने ये जानकारी दी कि बच्ची सोफे से नहीं गिरी थी, बल्कि उसे काफी जोर-जोर से थप्पड़ मारे गए थे. जिनकी चोटों को मासूम बच्ची झेल नहीं पाई और उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया.

शरीर के कई अंगों पर थे चोट के निशान

इस दौरान 4 महीने की विलो के कान और गाल पर गहरे जख्म दिखाई दिए थे. ये जख्म जोर से थप्पड़ मारने की वजह से बने थे. इसके अलावा बच्ची के सिर में भी जख्म थे. जोकि उसे पटके जाने की वजह से आए थे. डॉक्टर्स के मानें, तो मौत से पहले विलो का शरीर काफी ज्यादा तकलीफ में था. 

जॉर्डन को 16 साल की सजा मिली

इस घटना को संज्ञान में लेते हुए कोर्ट ने मासूम बच्ची को इतनी दर्दनाक मौत देने और इतना गंदा रवैया बरतने के लिए जॉर्डन को 16 साल कैद की सजा सुनाई. इस बीच अपनी मासूम बेटी को खो चुकी मां ने कहा कि विलो की स्माइल ऐसी थी कि उस देखकर कोई भी मुस्कुरा देता. उसे यकीन नहीं हो रहा उसके पिता ने बच्ची के रोने के कारण अपनी बेटी की हत्या कर दी. इस घटना में जेड बेल ने अपनी मासूम बेटी को तो खोया ही, साथ ही इस घटना के बाद भविष्य में अब वो अपने पति के साथ भी रहना पसंद नहीं करेगी.