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दिल्ली-NCR में खौफ का पर्याय बन चुका त्रिकाल गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ा, जानिए कैसे करते थे लूटपाट

नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ ने गैंग के दो बदमाशों को पकड़ लिया है तो पब्लिक के साथ-साथ पुलिस ने भी राहत की सांस ली है.

Updated on: 09 Jul 2019, 07:26 PM

highlights

  • दिल्ली-NCR में था आतंक
  • बिजनौर में बनाते थे लूट का प्लान
  • दिल्ली में आकर करते थे लूट-पाट

नई दिल्‍ली:

राजधानी दिल्ली में पिछले डेढ़ महीनों से पिस्तौलों के बल पर सरेआम लूटपाट की 100 से ज्यादा वारदातों को अंजाम देकर खौफ का दूसरा नाम बन चुके त्रिकाल गैंग उर्फ टोपी गैंग को नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ ने अरेस्ट कर लिया है. इस गैंग की ताबड़तोड़ वारदातों के जो सीसीटीवी फुटेज वायरल हुए, उनसे पूरे देश भर में सनसनी फैल गई थी. गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को तलब कर लिया, जिसके बाद दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमुल्य पटनायक को खुद पट्रोलिंग के लिए सड़कों पर आना पड़ा. ये अलग बात है कि यह गैंग फिर भी नहीं रूका. अब तक इस गैंग के 15 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज सामने आ चुके हैं. यह गए वारदात के लिए स्पेशली टोपी और चेहरे पर रुमाल लगाकर निकलता था.

अब नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ ने गैंग के दो बदमाशों को पकड़ लिया है तो पब्लिक के साथ-साथ पुलिस ने भी राहत की सांस ली है. डीसीपी नॉर्थ ईस्ट अतुल ठाकुर ने बताया कि स्पेशल स्टाफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि लूटपाट के लिए कुख्यात दो बदमाश बाइक पर ज्योति नगर इलाके में आने वाले हैं. उनके पास हथियार हो सकते हैं. इस सूचना के बिनाह पर ज्योति नगर में ट्रेप लगाकर दोनों बदमाशों को काबू कर लिया गया.

दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद की पहचान
इन बदमाशों की पहचान सफान उर्फ अफान निवासी मुरादनगर (यूपी) और चांद निवासी बिजनौर के तौर पर हुई, अभी दोनों की उम्र 23 साल है. इस त्रिकाल गैंग का एक साथी अभी फरार है, उसकी पहचान बुरफान के तौर पर हुई है. इन लोगों ने दिल्ली में 18 वारदातों को अंजाम दिया है, इससे माना जा रहा है कि इस गैंग ने सिर्फ दिल्ली में ही पिछले डेढ़ माह में 100 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया है, जिनमें 18 केस 24 घंटे में वर्क आउट हो चुके हैं.

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अन्य वारदातों के लिंक खंगाले जा रहे हैं. ऐसे भी बहुत से शिकायतकर्ता होंगे, जिनके केस दर्ज नहीं हुए या उन्होंने करवाए नहीं. नोएडा-गाजियाबाद, गुड़गांव में अलग वारदात की हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह गैंग कितना खतरनाक है. दिल्ली के मॉडल टाउन में बीएमडब्लू सवार फैमिली से पिस्टल के बल लूट, न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी में मेडिकल स्टोर पर लूट, आदर्श नगर में पुलिस कर्मी पर फायरिंग, पांडव नगर लूट के सीसीटीवी फुटेज सामने आने और वायरल होने के बाद यह गैंग सनसनी का सबब बन गया. पुलिस को जांच में 15 से ज्यादा फुटेज मिल चुके हैं.

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बिजनौर में मिलकर बनाया प्लान, वहीं से आकर लूटपाट करते थे
इनसे एक पिस्टल, एक रिवॉल्वर और कई कारतूस रिकवर हुए हैं. इनमें एक आरोपी एक केस में गिरफ्तार हो चुका है, मई में जेल से बाहर आया तो गैंग बनाया. तीनों यूपी के मुरादनगर और बिजनौर के रहने वाले हैं. वहां से पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए दिल्ली आते. यहां किसी की पहले बाइक या स्कूटी छीनते, फिर उसी बाइक या स्कूटी से पिस्टल के बल पर लूटपाट करते थे. वारदात के बाद बाइक या स्कूटी को लवारिस छोड़ देते थे जिसकी वजह से पुलिस को इनका सुराग लगाने में मुश्किल आ रही थी. यह गैंग बिजनौर में मिला था, वही दिल्ली-एनसीआर में लूट की ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देने की प्लानिंग की थी.