logo-image

दिल्ली: बवाना अग्निकांड में आरोपी मनोज को न्यायिक हिरासत में भेजा, कल होगा कोर्ट में पेश

पश्चिमी दिल्ली के बवाना क्षेत्र में शनिवार रात एक प्लास्टिक गोदाम में आग लगने और 17 लोगों की मौत के मामले में फैक्ट्री के मालिक मनोज जैन को 1 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

Updated on: 21 Jan 2018, 05:38 PM

नई दिल्ली:

पश्चिमी दिल्ली के बवाना क्षेत्र में शनिवार रात एक प्लास्टिक गोदाम में आग लगने और 17 लोगों की मौत के मामले में फैक्ट्री के मालिक मनोज जैन को 1 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

दिल्ली के रोहिणी ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने आरोपी मालिक मनोज को न्यायिक हिरासत में भेजा है। सोमवार को कोर्ट खुलने के बाद आरोपी को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा जहां से पुलिस उसकी रिमांड की मांग करेगी।

बता दें कि शनिवार को प्लास्टिक गोदाम में आग लगने से 17 लोग जिंदा जलकर खाक हो गए, जबकि कई लोग झुलस गए। मरने वालों में दस महिला कामगार हैं।

रविवार सुबह इस फैक्टरी के मालिक मनोज जैन को भी दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मनोज जैन घटना के बाद से ही फरार चल रहा था।

और पढ़ें: बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में आग, 17 की मौत, केजरीवाल सरकार ने दिये जांच के आदेश

मनोज जैन ने पूछताछ में कहा, 'वह होली और स्टेज पर इस्तेमाल होने वाले क्रैकर्स पैक करवाता था और इसके लिए किसी की लाइसेंस की जरूरत नहीं होती है, इस बात को पुलिस वेरिफाई कर रही है ।'

हालांकि फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक वहां रेगुलर पटाख़े की भी पैकिंग होती थी। उसपर जो सैक्शन लगाए है वो गैरजमानती है। अभी बॉडी आइडेंटिफाई करने का काम चल रहा है।

दिल्ली पुलिस पीआरओ दीपेंद्र पाठक ने इस घटना की जानकारी देते हुए कहा, 'इस दुर्घटना में 17 लोगों की जान गई है। दिल्ली पुलिस ने 304, 285 और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही हमने उस व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया है जिसने 1 जनवरी को ही ये जगह किराया पर लिया था और अवैध तरीके से फ़ैक्टरी चला रहा था।'

17 लोगों में से 13 लोगों की मौत पहली मंजिल पर, 3 ग्राउंड फ्लोर पर और एक की मौत बेसमेंट में हुई है। मरने वालों में ज्यातादर महिलाएं हैं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने आगजनी की घटना के बाद जांच के आदेश दिये हैं।

और पढ़ें: बिना NOC के बवाना में चल रहा था गोदाम, आग लगने से 17 की मौत

दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक ने कहा, 'हमें बवाना से तीन कॉल मिले- पहला सेक्टर 1 के प्लास्टिक फैक्ट्री से, दूसरा सेक्टर 5 के एक फटाखा फैक्ट्री से और तीसरा सेक्टर तीन के तेल भट्टी गोदाम से। सभी सेक्टर पांच के पटाखा फैक्ट्री में हताहत हुए हैं। आग पूरी तरह से काबू में है। हमने 17 शव बरामद किये हैं।'

उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष में शाम 6.20 पर बवाना औद्योगिक क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिलने पर 10 अग्निशामक गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच गई थीं।

शुरुआती जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने की बात कही जा रही है जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि पटाखों की वजह से आग लगी।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गोदाम में आग से मरने वाले 17 लोगों के प्रति रविवार को शोक व्यक्त किया।

कोविंद ने ट्वीट किया, 'दिल्ली के गोदाम में आग लगने की घटना के बारे में सुनकर बहुत स्तब्ध हूं। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं।'