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बच्चों के बीच हुआ था विवाद, घरवालों ने दलित युवक को लगा दी आग

आरोपियों से पीड़ित युवक का बच्चों को लेकर विवाद हुआ था और इसके बाद आरोपी लगातार मामले में राजीनामा करने के लिये धनप्रसाद पर दबाव बना रहे थे.

Updated on: 19 Jan 2020, 09:08 AM

सागर:

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर जिले में पुलिस ने बच्चों के बीच हुए विवाद के कारण 24 वर्षीय दलित युवक को आग लगाकर गंभीर रुप से जख्मी करने आरोप में चार लोगों के गिरफ्तार किया है. 70 फीसदी झुलसे पीड़ित युवक को इलाज के लिए शुक्रवार को भोपाल (Bhopal) के सरकारी हमीदिया अस्पताल भेजा गया है. इस घटना पर विपक्षी दल भाजपा (BJP) ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर वोटबैंक के चलते तृष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि यह घटना पुलिस (Police) की लापरवाही के कारण हुई क्योंकि पीड़ित युवक की बार-बार की गई शिकायतों को पुलिस ने नजरअंदाज किया.

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शहर के मोतीनगर पुलिस थाने की प्रभारी निरीक्षक संगीता सिंह ने बताया कि धर्मश्री कॉलोनी में रहने वाले धनप्रसाद अहिरवार (24) पर कॉलोनी में ही रहने वाले छुट्टु, अज्जू पठान, कल्लू और इरफान ने 14 जनवरी को केरोसिन तेल डालकर आग लगा दी थी. चारों आरोपी 22 से 30 वर्ष की आयु के बीच के हैं. उन्होंने बताया कि 70 फीसद जली हुई हालत में पीड़ित युवक को उपचार के लिए सागर के बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि बाद में युवक की हालत बिगड़ने पर उसे भोपाल रेफर किया गया.

संगीता सिंह ने बताया कि आरोपियों से पीड़ित युवक का बच्चों को लेकर विवाद हुआ था और इसके बाद आरोपी लगातार मामले में राजीनामा करने के लिये धनप्रसाद पर दबाव बना रहे थे. इसी सिलसिले में 14 जनवरी की रात को चारों आरोपियों ने धनप्रसाद और उसके परिजनों के साथ पहले मारपीट की और बाद में धनप्रसाद को घेरकर उसको आग लगा दी. उन्होंने बताया कि पुलिस चारों आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 294, 323, 452, 307, 34 और एसटी- एससी अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके मामले की विस्तृत जांच कर रही है.

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इस बीच विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव पीड़ित से मिलने हमीदिया अस्पताल पहुंचे और आरोप लगाया कि राज्य में दलितों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं. इस मामले में भोपाल में शनिवार शाम को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि धनप्रसाद को 15-20 लोगों ने जलाया था. उन्होंने कहा कि हालांकि अब तक केवल चार लोगों की गिरफ्तारी करके अन्य लोगों की गिरफ्तारी में जानबूझकर विलंब होने से कांग्रेस की तृष्टीकरण की नीति का पता चलता है.

उन्होंने कहा कि धनप्रसाद बार बार पुलिस को अपनी जान को खतरा होने का निवेदन करते रहे लेकिन पुलिस की अकर्मण्यता और असंवेदनशीलता के चलते इस मामले में पहले कोई कार्रवाई नहीं हुई और आज पीड़ित दलित जीवन मृत्यु से संघर्ष कर रहा है. दूसरी ओर, कांग्रेस ने भाजपा पर हर मुद्दे में सांप्रदायिक राजनीति देखने का आरोप लगाया. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा को हर मुद्दे में सांप्रदायिक राजनीति को देखने की अपनी धारणा को बदलने की जरूरत है. यह एक आपराधिक मामला है और पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई की जा रही है और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है.