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दलित की पेड़ से बांधकर पिटाई, गुप्तांगों पर वार, NCSC का UP सरकार को नोटिस

सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को मिली शिकायत अनुसार जिला कानपुर देहात के रहने वाले एक दलित युवा को पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई की गई तथा उसके गुप्तांग पर डंडे से चोटें पहुंचाई गईं.

Updated on: 10 Jul 2021, 11:02 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के जिला कानपुर देहात के अंतर्गत आते अकबरपुर क्षेत्र के एक गांव में एक दलित को न सिर्फ पेड़ से बांधकर पीटा गया, बल्कि उसे अमानवीय यातनाएं भी दी गईं. इसका सख्त संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने अपने चेयरमैन विजय सांपला के आदेशों पर उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर तुरंत जवाब मांगा है. सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को मिली शिकायत अनुसार जिला कानपुर देहात के रहने वाले एक दलित युवा को पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई की गई तथा उसके गुप्तांग पर डंडे से चोटें पहुंचाई गईं.

आयोग को प्राप्त सूचना के अनुसार अकबरपुर क्षेत्र के एक गांव में युवती से मिलने पहुंचे प्रेमी को स्वजन व ग्रामीणों ने पकड़ लिया. इसके बाद उसे पेड़ में गमछे से बांध दिया और डंडे से जमकर मारा, साथ ही तख्त पर भी लेटाकर पीटा. डंडे से उसके गुप्तांग पर वार किया गया. घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया. 
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने उत्तरप्रदेश सरकार के मुख्य सचिव, उत्तरप्रदेश पुलिस के डीजीपी एवं कानपुर देहात के डीएम व एसएसपी को नोटिस जारी किया है.

आरोपों/मामले में जांच कर एक्शन टेकन रिपोर्ट आयोग के समक्ष तुरंत फैक्स द्वारा या फिर ई-मेल द्वारा भेजने का निर्देश दिया है. एनसीएससी चेयरमैन विजय सांपला ने कहा कि, भारत के अनुसूचित वर्ग को देश के संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों को सुनिश्चित करना आयोग के चेयरमैन के नाते मेरा कर्तव्य है.

सांपला ने आखिर में चेतावनी देते हुए कहा कि, जिन अफसरों को आयोग ने नोटिस जारी किया गया है अगर उन्होंने तुरंत जवाब नहीं दिया तो आयोग संविधान की धारा 338 के तहत मिली सिवल कोर्ट की पावर का उपयोग करते हुए संबंधित अफसरों को व्यक्तिगत तौर आयोग के आगे हाजि? होने के सम्मन जारी करेगा.