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Cyber fraud: ट्रेन टिकट कैंसिल करना बुजुर्ग को पड़ा महंगा, खाते से उड़ाए 4 लाख से अधिक

एक 78 साल के बुजुर्स को टिकट कैंसिल करना महंगा पड़ गया. दरअसल, बुजुर्ग लंबी लाइनों से बचने के लिए ऑनलाइन टिकट कैंसिल करना सही समझा. लेकिन इस बीच वो फ्रॉड का शिकार हो गया और उसके अकाउंट से साइबर ठगों  ने 4 लाख रुपए उड़ा दिए.

Updated on: 14 Aug 2023, 01:18 PM

नई दिल्ली:

हर दिन लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं. वहीं, कई बार टिकट मिलती है तो कई बार हमारा प्लान कैंसिल हो जाता है और टिकट कैंसिल करना पड़ता. लोग स्टेशन की भीड़ से बचने के लिए हम ऑनलाइन टिकट बुकिंग और कैंसिल करते हैं. वहीं, एक 78 साल के बुजुर्स को टिकट कैंसिल करना महंगा पड़ गया. दरअसल, बुजुर्ग लंबी लाइनों से बचने के लिए ऑनलाइन टिकट कैंसिल करना सही समझा. लेकिन इस बीच वो फ्रॉड का शिकार हो गया और उसके अकाउंट से साइबर ठगों  ने 4 लाख रुपए उड़ा दिए. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बुजुर्ग ने अपने ट्रेन टिकट को कैंसिल करने के लिए थर्ड पार्टी वेबसाइट का इस्तेमाल किया. इसके बाद सारा खेल शुरु हुआ. फिर उसे वेबसाइट के जरिए कॉल आया. शख्स ने खुद को रेलवे का कर्मचारी बताकर बुजुर्ग व्यक्ति से बात की. सबसे पहले उसने बुजुर्ग से हिंदी या अंग्रेजी भाषा चुनने को कहा. इसके बाद कॉलर ने बुजुर्ग को टिकट कैंसिल करने की प्रक्रिया बताई और सभी दिशा निर्देश दिए. 

4 लाख से अधिक लूटे

जानकारी के मुताबिक, ठगों ने कहा कि वो बुजुर्ग की मदद कर रहे हैं. इसके बाद बुजुर्ग ने ठगों के द्वारा बताए गए दिशा निर्देश को पालन करना शुरू कर दिया. फिर स्क्रीन पर एक पॉप अप मैसेज के जरिए डिवाइस का कंट्रोल अपने पास रख लिया. इसके अलावा बुजुर्ग ने साइबर ठगों को बैंक से संबंधित सभी जानकारी और डेबिट कार्ड डिटेल और सीवीवी कोड शेयर कर दिया. इसके बाद ठगों ने बुजुर्ग के खाते से पैसे उड़ाने शुरू कर दिए. साइबर ठगों ने उसके खाते से कुल 4 लाख 5 हजार 919 रुपए निकाल लिए. बुजुर्ग तब पता चला जब वो बैंक की तरफ से इसकी नोटिफिकेशन आई.

Rest Desk एप से कंट्रोल

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि कॉल बिहार या बंगाल से आया है. वहीं पुलिस ने बताया कि रेस्ट डेस्क एप के जरिए डिवाइस को कंट्रोल किया जा रहा था.