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नोएडा में फैक्ट्री चला रहा था चीनी नागरिक, गर्लफ्रेंड समेत 4 गिरफ्तार

भारत में अवैध तरीके से घुसे चीनी नागरिक यहां जासूसी के अड्डे संचालित कर रहे थे. गुरुग्राम के होटल से गिरफ्तार हुए चीनी नागरिक और उसकी भारतीय गर्लफ्रेंड के बारे में गहराई से छानबीन करने के बाद सामने आया है कि ये ग्रेटर नोएडा में अवैध तरीके से रहते थे.

Updated on: 16 Jun 2022, 01:03 PM

highlights

  • गुरुग्राम के होटल से चीनी नागरिक गिरफ्तार
  • भारतीय गर्लफ्रेंड के साथ मिल कर चला रहा था रैकेट
  • चीनी जासूसी का बिछा रहा था जाल

नोएडा:

भारत में अवैध तरीके से घुसे चीनी नागरिक यहां जासूसी के अड्डे संचालित कर रहे थे. गुरुग्राम के होटल से गिरफ्तार हुए चीनी नागरिक (Chinese Nationals) और उसकी भारतीय गर्लफ्रेंड (Indian Girlfriend) के बारे में गहराई से छानबीन करने के बाद सामने आया है कि ये ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में अवैध तरीके से रहते थे. बाकायका पब और बार चलाते थे. नोएडा में दो-दो फैक्ट्रियां चलाते थे. इसके अलावा कागजों पर अन्य फैक्ट्रियां भी चलाते थे. यही नहीं, वो चीन से आए जासूसों के रहने, खाने की व्यवस्था करने के साथ ही उनके लिए नेटवर्क भी बनाते थे. अब इस मामले में आईबी (Intelligence Bureau) ने भी जांच शुरू कर दी है. 

चीनी नागरिक की गर्लफ्रेंड के बैंक खातों का पता चला

सूत्रों के मुताबिक, चीनी जासूसी कांड में अब तक कम से कम 4 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें से 3 चीनी नागरिक हैं. दो चीनी नागरिक नेपाल से भारत में घुसपैठ करते हुए गिरफ्तार किए गए थे. इसके अलावा गुरुग्राम के एक होटल से एक चीनी नागरिक सू फेई उर्फ केलेय और उसकी गर्लफ्रेंड पेटेख रेनुओ को गिरफ्तार किया गया था. पेटेख के 5 बैंक खातों का पता चला है. जिसमें लाखों की लेन देन हुई है. इसके अलावा उनके पास से बरामद फोन की डाटा रिकवरी की कोशिश की जा रही है.

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चीनी नागरिक को रिमांड पर लेने की तैयारी

आईबी और एलआईयू की टीम लगातार चीनी नागरिक से पूछताछ कर रही है. अब तक पता चला है कि वो नोएडा में दो फैक्ट्रियां चलाता था. इसके अलावा कागजों में कई अन्य फैक्ट्रियां भी चलाई जा रही थी. इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के कोण से भी जांच की जा रही है. फिलहाल आरोपितों को रिमांड पर लेने की तैयारी चल रही है, जिससे उनके अन्य संपर्कों का पता चलाया जा सके. पता चला है कि चीनी नागरिक का वीजा 2022 में ही एक्सपायर्ड हो गया था, लेकिन उसके बाद से वो फर्जी कागजातों के सहारे धड़ल्ले से अपना काम चला रहा था.