हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह को सीबीआई कोर्ट ने शुक्रवार को बलात्कार के मामले में दोषी करार दिया था। इस मामले में सोमवार को सीबीआई कोर्ट गुरमीत राम रहीम पर फैसला सुनाने जा रही है।
गुरमीत सिंह पर हाई कोर्ट ने एक खत पर के बिनाह पर संज्ञान लेते हुए सीबीआई से जांच करवाई थी। इस कार्रवाई के बाद गुरमीत को सीबीआई के स्पेशल कोर्ट ने बलात्कार मामले में दोषी करार दिया है।
बता दें कि गुरमीत पर आईपीसी की धार 376 और पीड़िता को जान से मारने की धमकी देने की धारा 506 के तहत अपराध साबित किया गया है। कानून के जानकारों का पक्ष है कि इस मामले में गुरमीत राम रहीम को कम से कम 7 साल की सजा सुनाई जा सकती है।
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वहीं जानकारों ने यह भी कहा कि हालात को देखते हुए अगर जज गुरमीत पर ज्यादा गंभीर अपराध मानते हुए सजा सुनाएंगे तो 10 साल तक की कैद की सजा सुनाई जा सकती है।
बता दें कि यह मामला 2002 में दर्ज किया गया था इसलिए दिल्ली गैंगरेप के बाद 2013 में सख्त की धारा इस मामले में नहीं लगाई जाएगी।
लेकिन अदालत बलात्कार पीड़िताओं के साथ धर्म के नाम पर धोखे और 2 महिलाओं के साथ कई बार बलात्कार को तरजीह देती है तो उसे 10 साल तक की सजा हो सकती है।
यहीं नहीं धारा 506 के लिए भी कोर्ट से 2 साल से 7 साल तक की सजा मिल सकती है। विशेष कोर्ट से सजा मिलने के बाद दोषी गुरमीत राम रहीम सजा के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील कर सकता है।
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अगर गुरमीत राम रहीम अपने लिए हाई कोर्ट से जमानत की अपील भी करेगा तो हाई कोर्ट पहले सीबीआई से पक्ष रखने को कह सकता है। ऐसे में लंबे समय तक गुरमीत राम रहीम जेल में ही बना रहेगा।
बता दें कि गुरमीत पर हत्या के मामले में भी जांच चल रही है। इस मामले में भी कोर्ट सुनवाई कर रही है। वहीं एक अन्य केस भी गुरमीत के नाम दर्ज है। एक साथ 400 लोगों को नपुंसक बनाने के मामले में भी सुनवाई चल रही है।
Source : News Nation Bureau