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भोपाल से पढ़ाई कर रहा था बुली एप मास्टरमाइंड, कॉलेज से निलंबित

ज्ञात हो कि बुली बाई एप के जरिए मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की तस्वीरें लगाकर उनकी कथित तौर पर बोली लगाने का आरोप है.

Updated on: 07 Jan 2022, 12:38 PM

highlights

  • नीरज बिश्नोई को विश्वविद्यालय ने निलंबित कर दिया
  • बीटेक (कम्प्यूटर साइंस) सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है नीरज
  • इस मामले में अब तक हो चुकी हैं चार गिरफ्तारियां

भोपाल:

मुस्लिम महिलाओं की बोली लगाने वाले एप बुली बाई का मास्टर माइंड मध्य प्रदेश में पढ़ने वाला निकला है. वह भोपाल के एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ता था. बुली बाई एप मामले में गिरफ्तारी के बाद नीरज बिश्नोई को विश्वविद्यालय ने निलंबित कर दिया है. मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने जिस 20 साल के युवक को पिछले दिनों गिरफ्तार किया है, वह भोपाल की प्राइवेट यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट नीरज बिश्नोई है. 
वह वैल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीईटी) भोपाल के सीहोर कैंपस में बीटेक (कम्प्यूटर साइंस) सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है. नीरज की गिरफ्तारी के बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने उसे कॉलेज से सस्पेंड कर दिया है. बताया गया है कि नीरज सितंबर 2020 से ऑन लाइन पढ़ाई करता था और वह कोरोना के कारण कॉलेज नहीं आया. विश्वविद्यालय के नीरज की दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तारी किए जाने का मामला सामने आने पर निलंबित कर दिया है. साथ ही स्पष्ट किया है कि वह ऑनलाइन पढ़ाई करता था.

ज्ञात हो कि बुली बाई एप के जरिए मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की तस्वीरें लगाकर उनकी कथित तौर पर बोली लगाने का आरोप है. इस मामले में नीरज सहित कुल चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इससे पहले इस मामले में मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड से एक छात्र को गिरफ्तार किया था. बुधवार सुबह 21 साल के मयंक रावल को पकड़ा गया था. मुख्य आरोपी श्वेता सिंह को उत्तराखंड से और इंजिनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा को बेंगलुरु से पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक मयंक रावल और श्वेता सिंह दोस्त हैं. दरअसल, उन्होंने किसी महिला की ‘बोली’ नहीं लगाई थी, बल्कि उनका मकसद महिलाओं को अपमानित करना और उन्हें डराना था. खालिस्तान और साजिश के एंगल से भी पुलिस जांच जारी है.