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करौली सांप्रदायिक हिंसा पर शुरू हुई सियासत, भाजपा ने पुलिस पर उठाए ये गंभीर सवाल

राजस्थान के करौली में 2 अप्रैल को हिंदू नववर्ष के मौके पर रैली को लेकर हुई सांप्रदायिक हिंसा पर अब सियासत तेज हो गई है. भाजपा ने हिंसा की वायरल वीडियो के आधार पर हिंसा के दौरान पुलिस पर मूकदर्शक बने रहने का आरोप लगाया है.

Updated on: 06 Apr 2022, 03:05 PM

highlights

  • पुलिस पर लगा दंगों से निपटने में लापरवाही का आरोप
  • वायरल वीडियो में पुलिस के सामने जाती हुई दिखी भीड़
  • भाजपा ने वायरल वीडियो सौंपकर की कार्रवाई की मांग

नई दिल्ली:

राजस्थान के करौली में 2 अप्रैल को हिंदू नववर्ष के मौके पर रैली को लेकर हुई सांप्रदायिक हिंसा पर अब सियासत तेज हो गई है. भाजपा ने हिंसा की वायरल वीडियो के आधार पर हिंसा के दौरान पुलिस पर मूकदर्शक बने रहने का आरोप लगाया है. भाजपा ने करौली जिला प्रशासन को दंगे के दौरान की कुछ वीडियो सौंप कर आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. BJP का आरोप है इन वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरीके से पुलिस दंगाइयों को रोकने की कोशिश करने के बजाए मूकदर्शक बनी हुई है और खुलेआम दंगाई लाठियां लेकर दौड़-दौड़ कर दूसरे पक्ष के लोगों को तलाश रहे हैं.  पुलिस दंगाइयों पर सख्ती करने के बजाय यह कहती नजर आ रही है कि अब हो गया, घर चले जाओ.

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दरअसल, करौली में 2 अप्रैल को हिंदू नव वर्ष के अवसर पर निकाली जा रही भगवा यात्रा पर दूसरे पक्ष ने हमला कर दिया था. इस दौरान बड़ी संख्या में युवकों की बाइक को भी छतिग्रस्त कर दिया गया था. धीरे-धीरे अब दंगे की ऐसे वीडियो सामने आने लगे हैं, जो पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी सवालिया निशान लगा रहे हैं. गौरतलब है कि हिंदू नववर्ष के मौके पर मस्जिद के पास से रैली निकालने को लेकर शुरू हुआ विवाद हिंसा में तब्दील हो गई थी. इस दौरान,  40 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. इस दौरान एक घर में भी आग लगा दी गई थी और दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ की गई थी.