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साधु वेश में छिपा था एसिड अटैक का पापी, पोल खुली तो सब रह गए हैरान

कर्नाटक की बेंगलुरु पुलिस ने ऐसे पापी को धर दबोचा है, जो लड़की पर तेजाब फेंकने के बाद वेश बदल कर रह रहा था. उसने पुलिस से बचने के लिए कर्नाटक भी छोड़ दिया था और वो तमिलनाडु में आकर रह रहा था. कोई उसे पहचान न सके, इसके लिए वो साधु वेश में रहता था.

Updated on: 14 May 2022, 03:05 PM

highlights

  • साधु वेश में छिपा था एसिड अटैक का आरोपित
  • बेंगलुरु पुलिस ने तमिलनाडु से किया गिरफ्तार
  • वैल्लोर के पास छिपा था एसिड अटैक का पापी

नई दिल्ली:

कर्नाटक की बेंगलुरु पुलिस ने ऐसे पापी को धर दबोचा है, जो लड़की पर तेजाब फेंकने के बाद वेश बदल कर रह रहा था. उसने पुलिस से बचने के लिए कर्नाटक भी छोड़ दिया था और वो तमिलनाडु में आकर रह रहा था. कोई उसे पहचान न सके, इसके लिए वो साधु वेश में रहता था, वो भी एक आश्रम में. हालांकि अब बेंगलुरु पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस हमले में घायल लड़की की हालत अब स्थिर है. राज्य सरकार ने पीड़िता की हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.

आश्रम में छिप कर रह रहा था आरोपित

जानकारी के मुताबिक, नागेश नाम के व्यक्ति को बेंगलुरु पुलिस ने जब आश्रम से गिरफ्तार किया, तो लोग उसके बारे में हैरान रह गए. वो साधु के वेश में हमेशा अच्छी-अच्छी बातें करता था. लेकिन बेंगलुरु पुलिस की 7 टीमों ने मिलकर ऐसा जाल बिछाया कि वो गिरफ्त में आ ही गया. जानकारी के मुताबिक, नागेश ने प्यार का प्रस्ताव ठुकराए जाने के बाद लड़की पर तेजाब से हमला कर दिया था. ये घटना 28 अप्रैल को कामाक्षीपाल्या इलाके में हुई थी. आरोपी नागेश एक छोटी कपड़ा फैक्ट्री चलाता था. पुलिस के मुताबिक ऑफिस में काम करने वाली एक लड़की से उसे प्यार हो गया था, लेकिन युवती के इनकार से नाराज होकर नागेश ने उस पर एसिड से अटैक कर दिया.

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राज्य सरकार उठा रही इलाज का खर्च

इस घटना को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया था और आरोपी नागेश को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की अलग-अलग 7 टीम गठित की थी. वहीं गिरफ्तारी के डर से आरोपी नागेश तमिलनाडु जा पहुंचा और वैल्लोर के नजदीक एक आश्रम में जाकर छुप गया. पुलिस से बचने के लिए उसने साधु का वेश बना लिया, लेकिन पुलिस की नजरों से नहीं बच सका. वहीं इस हमले में घायल लड़की की हालत अब स्थिर है. कर्नाटक सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा है कि पीड़िता के इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी और उसे आर्थिक सहायता भी दी जाएगी.