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Bangladesh Crime: पहले किडनैप, फिर हत्या, फिर दोस्त को पका कर खाया, जानें हैरान करने वाला मामला

Bangladesh Crime: शिबली सादिक रिदोय एक बीस साल का लड़का है जो बांग्लादेश के चित्तोगोंग में अपने परिवार के साथ रहता था. उसके परिवार के आर्थिक हालत ठीक नहीं थे और उसका परिवार गरीब था.

Updated on: 30 Sep 2023, 12:34 PM

नई दिल्ली:

Bangladesh Crime: एक महिला नाहिदा अख्तर को फोन आता है. फोन पर बातें सुनने के बाद उसके पैरों तले की जमीन खिसक गई. आवाज सुनने के बाद इतनी डर गई कि वो कुछ भी बोल नहीं पा रही थी. ये फोन 20 साल के लड़के शिबली सादिक रिदोय की मां को आया था. फोन करने वाले ने बस इतना कहा कि अपने बेटे की सलामती चाहती हो तो 15 लाख तैयार रखना. वहीं फोन के दौरान पीछे से किसी लड़के के मार-खाते हुए चिल्लाने की आवाज आ रही थी.  इससे पहले की नाहिदा कुछ बात कर पाती कॉल कट गया. इसके बाद घर में हड़कंप मच गया.

शिबली सादिक रिदोय एक बीस साल का लड़का है जो बांग्लादेश के चित्तोगोंग में अपने परिवार के साथ रहता था. उसके परिवार के आर्थिक हालत ठीक नहीं थे और उसका परिवार गरीब था. ऐसे में उसके सपने बड़े थे और वो अपने परिवार के लिए कुछ करना चाहता था. वो परिवार वालों की मदद के लिए दिन में पढ़ाई करता और कॉलेज से बचे समय में नौकरी भी करता था. 

ईमानदारी पड़ी भारी

शिबली अपने कॉलेज के पास ही एक पॉल्ट्री फार्म में मैनेजर का काम करता था. वो आपने काम करते प्रति ईमानदार रहता था. लेकिन यहीं ईमानदारी उसके लिए भारी पड़ गई. दरअसल शिबली जहां काम करता था वहां कुछ और लड़के काम कर रहे थे. इस दौरान सभी से उसकी दोस्ती हो गई. लेकिन बाकी कर्मचारी काम में लापरवाही करते थे जो शिबली को पसंद नहीं था. इसकी वजह से वो कई बार डांट लगा देता था. यहीं बात अन्य कर्मचारियों को पसंद नहीं आ रही थी. उनका मानना था कि शिबली उनसे उम्र में छोटा है तो डांट नहीं लगा सकता है. 

किडनेप किया

एक बार शिबली का उमोंगचिंग मर्मा नाम के कर्मचारी से लड़ाई इतनी बढ़ गई की बीच-बचाव के पॉल्टी फार्म के मालिक को आना पड़ा. फिर मालिक के समझाने के बाद मामला शांत हो गया. लेकिन मार्मा के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था. काम खत्म होने के बाद शिबली घर जा रहा था उसी दौरान कुछ लड़के ब्लेक कलर की कार में आए और जबरदस्ती कार में उसे बैठाकर ले गए.

15 लाख की डिमांड

घर न पहुंचने की परिवार वालों ने पता लगाना शुरू कर दिया. लेकिन इसी बीच किडनेपर्स का फोन आया और शिबली के परिवार वालों से 15 लाख बंग्लादेशी टका की मांग की गई. लेकिन इसके बाद परिजनों के इंकार करने के बाद रकम घटाकर 2 लाख हो गया. परिवार वालों ने किसी तरह पैसे जुटाकर किडनेपर्स को दे दिए. 

दोस्त को पकाकर खाया

पैसे देने के बाद भी जब उनका लड़का घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को शक हुआ और पुलिस को सारी घटना बताई. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी. पुलिस ने जांच कर किडनेपर्स को हिरासत में ले लिया. इसके बाद आरोपियों ने पुलिस के डर से सारी कहानी बयां कर दी. आरोपियों ने बताया कि उन लोगों ने शिबली की हत्या कर दी है और उसका मांस पका कर खा गए हैं. उसकी हड्डियों को पास की झाड़ी में छुपा दिया है. पुलिस ने बयान के आधार पर शिबली की हड्डियां बरामद कर ली.