New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2019/11/10/arrested-955-88.jpg)
प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : फाइल)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : फाइल)
अयोध्या मुद्दे पर कोर्ट के फैसले के खिलाफ सोशल मीडिया पर लिखने के जुर्म में पिछले 24 घण्टे में उत्तर प्रदेश से अकेले 40 लोग गिरफ्तार किए गए हैं जबकि 2 दिन में 77 लोग गिरफ्तार हुए हैं. मध्य प्रदेश में व्हाट्सएप समूह में कथित तौर पर भड़काऊ पोस्ट और फोटो डालने पर पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है. जेल विभाग के एक सिपाही को शनिवार को पटाखे फोड़ने पर निलंबित कर दिया गया है. वहीं बरेली शहर में अयोध्या मामले पर दिये गये निर्णय को लेकर देश के प्रधान न्यायाधीश के प्रति सोशल मीडिया पर अमर्यादित पोस्ट करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस अधीक्षक रवींद्र कुमार सिंह ने बताया कि अयोध्या प्रकरण पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिये गये फैसले को लेकर प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के सम्बन्ध में फेसबुक पर अमर्यादित पोस्ट डालने के आरोप में बारादरी इलाके के रहने वाले अब्दुल कय्यूम अंसारी को गिरफ्तार किया गया है.उन्होंने बताया कि अंसारी के खिलाफ भारतीय दण्ड विधान और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
वहीं मप्र के ग्वालियर के बहोड़ापुरा पुलिस थाने के प्रभारी वाय एस तोमर ने बताया कि शनिवार को अयोध्या मुद्दे का निर्णय आने के चलते एहतियात के तौर पर सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी. शनिवार की शाम को ही उनके मोबाइल पर किसी ने एक स्क्रीन शॉट भेजा, जिसमें भड़काऊ पोस्ट का फोटो था.
यह भी पढ़ेंः Ayodhya Verdict : अमित शाह की सतर्कता से नहीं हुई कोई अप्रिय घटना
यह फोटो दिनेश सिंह चौहान (27) ने सोशल मीडिया में डाला था. उन्होंने बताया कि इसके बाद पुलिस दल ने रामपुरी मोहल्ले में रहने वाले चौहान को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसका मोबाइल फोन जब्त कर उसके खिलाफ भादवि की धारा 153 और 188 के तहत मामला दर्ज किया है.
यह भी पढ़ेंः Ayodhya Verdict: जानें केके मोहम्मद (KK Muhammad) के बारे में जिनके सबूतों ने राममंदिर का रास्ता किया साफ
एक अन्य मामले में ग्वालियर सेंट्रल जेल के अधीक्षक मनोज कुमार साहू ने बताया कि अयोध्या मामले में शीर्ष अदालत के फैसले के मुद्देनजर ग्वालियर कलेक्टर ने हर प्रकार के प्रदर्शन, सहित आतिशबाजी को प्रतिबंधित किया था. इसके बाद भी शिंदे की छावनी इलाके में कुछ शरारती तत्व पटाखे जला रहे थे. उनके साथ सेंट्रल जेल का सिपाही महेश अवाड भी मौजूद था. इसकी सूचना मिलने पर सिपाही महेश के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे निलंबित कर दिया गया है.
(Input: भाषा)
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो