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सहारनपुर पुलिस का नशे के खिलाफ अभियान, 60 लाख की ड्रग्स जब्त; 6 गिरफ्तार

सहारनपुर में जहरीली शराब का  कारोबार करने वाले लोगो की कमर तोड़ने के बाद अब सहारनपुर पुलिस ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ चुकी है. सहारनपुर एसएसपी के निर्देशों के बाद जिले को नशा मुक्त करवाने के लिए पुलिस ने नशा मुक्त अभियान की शुरुआत की है.

Updated on: 17 Jun 2021, 05:34 PM

सहारनपुर:

सहारनपुर में जहरीली शराब का  कारोबार करने वाले लोगो की कमर तोड़ने के बाद अब सहारनपुर पुलिस ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ चुकी है. सहारनपुर एसएसपी के निर्देशों के बाद जिले को नशा मुक्त करवाने के लिए पुलिस ने नशा मुक्त अभियान की शुरुआत की है. अभियान के पहले ही दिन जनपद की पुलिस ने युवाओं को नशे की गर्त में धकेलने वाले 6 शातिर ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही ड्रग्स तस्करों के कब्ज़े से पुलिस ने स्मैक चरस गांजा व नशीली गोलियां भी जब्त की है जिनकी कीमत अंतराष्ट्रीय बाजार में 60 लाख से अधिक आंकी गयी है.

इसके पहले बुधवार को भी बेहट थाना इलाके में ड्रग्स तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी जिसके बाद एसपी सिटी राजेश कुमार के साथ बेहट पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने मोर्चा संभाला और एक ड्रग्स तस्कर के पांव में गोली मारकर उसको घायल कर दिया और उसके कब्ज़े से भारी मात्रा में ड्रग्स जब्त की थी . सहारनपुर के एसपी सिटी ने बताया कि एसएसपी डॉ एस चन्नप्पा के आदेशों के बाद जिले में नशा मुक्त अभियान की शुरुआत की है. एसपी सिटी का कहना है कि कई लोगों ने शिकायत की थी कि उनके बच्चो को कुछ ड्रग्स माफिया नशे के गर्त में धकेल रहे है और उनके भविष्य को बर्बाद कर रहे है.

एसएसपी सहारनपुर ने इस मामले की गंभीरता को समझा और इस अभियान की शुरआत की अभियान के पहले दिन ही पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है और कई ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. एसपी सिटी ने ये भी बताया कि इस अभियान के तहत नशे की गिरफ्त में आये युवाओं को चिन्हित कर उन्हें नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती भी करवाया जाएगा. इसके अलावा पुलिस ने दो मोबाइल नँबर 7839858061, 8800272212  भी जारी किए है जिन पर कॉल करके आम जनता नशे का कारोबार करने वाले लोगो के बारे में जानकारी दे सकते है.

पिछले साल मध्य प्रदेश में चलाया गया था अभियान
पिछले साल मध्य प्रदेश में ड्रग्स और नशा माफिया के खिलाफ अभियान चलाया गया था. इंदौर में ड्रग माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करते हुए छह बार और पब को 31 दिसंबर 2020 तक सील कर दिया गया था. इस बार में जानकारी देते हुए उप-विभागीय मजिस्ट्रेट अक्षय सिंह ने बताया कि इन स्थानों पर कई तरह की अवैध गतिविधियां हो रही थी. इसके अलावा कोरोना वायरस के नियमों का भी उल्लंघन किया जा रहा था. जानकारी के मुताबिक इन बार सभी बार में 21 साल के कम उम्र के बच्चे नशे में डूबे पाए गए.