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अलवर मॉब-लिंचिंग
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अलवर मॉब-लिंचिंग
अलवर में गो-तस्करी के शक में हुई कथित मॉब-लिंचिंग के मामले में नया मोड़ देखने को मिल रहा है। घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया है कि मृतक अकबर की मौत भीड़ की पिटाई से नहीं बल्कि पुलिस की पिटाई से हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने एएनआई से बात करते हुए बताया कि अकबर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसके घर के सामने रुकी थी और वहां उसकी बुरी तरह से पिटाई की थी।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि घायल होने के बाद पुलिस ने जानबूझ के उसे अस्पताल ले जाने में देरी की जिस कारण उसकी मौत हो गई। वहीं मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार अकबर को 6 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल पहुंचाने में अलवर पुलिस को 3 घंटे लग गए।
हालांकि अलवर के पुलिस अधीक्षक राजेंद्र सिंह ने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती किसी भी नतीजे पर पहुंचना गलत होगा।
उन्होंने कहा कि पुलिस अभी जांच कर रही है। दोषियों में से किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।
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गौरतलब है कि शुक्रवार रात अलवर में गो-तस्करी के शक में अकबर नामक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक हरियाणा के कोलगांव के रहने वाले थे।
इससे पहले बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने भी कुछ इसी तरह के आरोप लगाए थे।
उन्होंने कहा कि गो-तस्कर की मौत अस्पताल ले जाने के दौरान हुई थी। मैं न्यायिक जांच की मांग करता हूं जिससे यह साफ हो जाएगा कि हत्या भीड़ ने की है या फिर उसकी मौत पुलिस की पिटाई से हुई है।
आपको बता दें कि पुलिस ने इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ जारी है।
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Source : News Nation Bureau