केरल में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. इस केस में लोगों को लालच देकर करोड़ों रुपये ऐंठ लिए गए. स्कूटर, लैपटॉप को कम कीमत पर बेचने का दावा करके लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया. यह कहा गया कि सभी चीजें बाजार से आधे दामों पर मिलेंगी. अब इस मामले को लेकर ईडी ने छापेमारी की. जांच एजेंसी ने मंगलवार को केरल में 12 जगहों पर छापेमारी की है. यह छापेमारी एक सीएसआर फंड घोटाले के सिलसिले में हुई. इसमें एनजीओ के एक गिरोह पर ऐसा आरोप है कि लोगों को आधी कीमत पर स्कूटर, लैपटॉप और घरेलू उपकरण देने का वादा किया गया. उनसे करीब 500 करोड़ रुपए की ठगी हुई है. यह छापेमारी 26 वर्षीय अनंतु कृष्णन से जुड़ी जगहों पर की गई. वह इस योजना का मुख्य शख्स है.
548 करोड़ रुपये जुटाए
स्टेट क्राइम ब्रांच ने कई मामले दर्ज किए थे. इसके बाद ईडी ने सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) फंड के नाम पर मनीलॉन्ड्रिंग की जांच आरंभ कर दी. क्राइम ब्रांच ने कोच्चि की एक कोर्ट को बताया कि मुख्य आरोपी कृष्णन के 21 बैंक खाते हैं. उन्होंने कथित तौर पर 548 करोड़ रुपये जुटाए.
योजना के तहत यह वादा किया गया था कि ये प्रोडक्ट आधी कीमत पर उपलब्ध कराए जाएंगे. आधी कीमत सीएसआर फंड से कवर होगी. इसे कृष्णन की ओर से गठित एनजीओ के एक संघ की ओर से कॉर्पोरेट संस्थाओं से जमा किया जाएगा. क्राइम ब्रांच ने कोच्चि में कृष्णन के ऑफिस पर छापेमारी की. कोर्ट ने कृष्णन की दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा.