फिल्मी स्टाइल में 7.11 करोड़ की लूट, अफसर बनकर ATM वैन पर बोला था धावा

बेंगलुरु के जेपी नगर में HDFC बैंक की कैश वैन से ₹7.11 करोड़ की दिनदहाड़े लूट हुई. टैक्स अधिकारियों के वेश में 7-8 बदमाशों ने नकली जांच के नाम पर वैन रोकी, पैसे लूटे और स्टाफ को रास्ते में छोड़कर फरार हो गए. पुलिस इसे प्लान्ड क्राइम मानते हुए CCTV और आंतरिक सूचना लीक की जांच कर रही है.

बेंगलुरु के जेपी नगर में HDFC बैंक की कैश वैन से ₹7.11 करोड़ की दिनदहाड़े लूट हुई. टैक्स अधिकारियों के वेश में 7-8 बदमाशों ने नकली जांच के नाम पर वैन रोकी, पैसे लूटे और स्टाफ को रास्ते में छोड़कर फरार हो गए. पुलिस इसे प्लान्ड क्राइम मानते हुए CCTV और आंतरिक सूचना लीक की जांच कर रही है.

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Ravi Prashant
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क्राइम न्यूज Photograph: (X)

बेंगलुरु में बुधवार दोपहर एक ऐसी सनसनीखेज लूट हुई, जिसे सुनकर कोई भी फ़िल्मी कहानी समझ बैठे. जेपी नगर इलाके में HDFC बैंक की कैश वैन को टैक्स और सरकारी अधिकारियों के वेश में आए लुटेरों ने दिनदहाड़े रोक लिया, और देखते ही देखते करीब ₹7 करोड़ 11 लाख की नकदी लेकर फरार हो गए. इस वारदात को देखकर बॉलीवुड की मशहूर फ़िल्म स्पेशल 26 की याद आ गई.

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ATM में पैसा भरने के दौरान घटना

कैश वैन बैंक शाखा से ATM में पैसा भरने निकल रही थी. वैन के साथ स्टाफ और एक गनमैन भी मौजूद था. तभी अचानक सफेद रंग की टोयोटा इनोवा में आए 7-8 लोग वैन के रास्ते में आ गए. उन्होंने खुद को आयकर और सरकारी जांच टीम बताते हुए कागज़ात चेक करने की बात कही. सरकारी पोशाक, पहचान पत्र और आधिकारिक अंदाज़ देखकर कैश वैन टीम भी धोखा खा गई और वैन रोक दी.

कर्मचारियों को गाड़ी से दिया उतार

जैसे ही वैन रुकी, गैंग ने मौके पर नियंत्रण संभाल लिया. उन्होंने नकदी से भरे कैश बॉक्स कब्जे में ले लिए और स्टाफ, जिसमें गनमैन भी शामिल था, उनको वैन से उतारकर जबरन इनोवा में बैठा दिया. थोड़ी दूरी पर जाकर लुटेरों ने रुपये को दूसरी गाड़ी में ट्रांसफर किया और पूरा गिरोह फरार हो गया. इसके बाद में बैंक कर्मचारियों को शहर के एक सुनसान हिस्से में छोड़ दिया गया.

पुलिस ने क्या कहा? 

पुलिस के मुताबिक यह पूरी वारदात पूरी तरह प्लान्ड और प्रोफेशनल तरीके से अंजाम दी गई, इसीलिए पुलिस को आशंका है कि अपराधियों को कैश वैन की मूवमेंट, रूट और टाइमिंग की पूरी जानकारी पहले से थी. इस मामले में इंटर्नल इंफॉर्मेशन लीक की जांच भी शुरू कर दी गई है. शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर चेकपोस्ट लगा दिए गए हैं और पुलिस लगातार CCTV फुटेज खंगाल रही है.

बैंकिंग सुरक्षा पर उठे सवाल

यह घटना न सिर्फ बेंगलुरु, बल्कि देश की बैंकिंग सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करती है. क्या सिर्फ सरकारी वेश और कुछ नकली दस्तावेज के भरोसे कोई करोड़ों लूट सकता है? क्या कैश वैन ऑपरेशन इतने बड़े जोखिम पर चल रहे हैं? यह वाकया बताता है कि अगर सुरक्षा सिस्टम में थोड़ी भी ढील हो, तो अपराधी मौका पकड़कर करोड़ों की रकम गायब कर सकते हैं.

Bengaluru
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