कौन थे फौजा सिंह? 5 साल तक तो चल भी नहीं पाते थे और 100 साल की उम्र में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, ऐसा रहा जीवन

अगर आपको अपनी जिंदगी में कुछ कर गुजरने के लिए प्रेरणा लेनी है, तो उसके लिए फौजा सिंह की कहानी अच्छी रहेगी, जो दुनिया के सबसे उम्रदराज रनर रहे.

अगर आपको अपनी जिंदगी में कुछ कर गुजरने के लिए प्रेरणा लेनी है, तो उसके लिए फौजा सिंह की कहानी अच्छी रहेगी, जो दुनिया के सबसे उम्रदराज रनर रहे.

author-image
Sonam Gupta
New Update
Who Was The Fauja Singh

Who Was The Fauja Singh Photograph: (SOCIAL MEDIA)

Who Was The Fauja Singh? एज इज जस्ट ए नंबर... का सबूत रहा फौजा सिंह का जीवन. 114 साल की उम्र में सड़क दुर्घटना में फौजा सिंह का निधन हुआ. मगर, उनका जीवन मिसाल की तरह याद किया जाएगा. 90 साल की उम्र में इंटरनेशनल करियर की शुरुआत करने वाले फौजा सिंह दुनिया के सबसे उम्रदराज रनर रहे. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है. आइए आपको फौजा सिंह की जिंदगी के बारे में कुछ अहम बातें बताते हैं...

Advertisment

कौन थे फौजा सिंह?

दुनिया के सबसे उम्रदराज रनर रहे फौजा सिंह का जीवन ऐसा रहा, जिसपर फिल्म बनी तो यकीनन सुपरहिट होगी. उनका जन्म 1 अप्रैल 1911 को पंजाब के जालंधर स्थित ब्यास पिंड में हुआ था. 4 भाई-बहनों में सबसे छोटे फौजा बचपन में शारीरिक रूप से काफी कमजोर थे. आज भले ही दुनिया उन्हें रनर के रूप में जानती है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि वह 5 साल की उम्र तक चल नहीं पाते थे. लेकिन उन्होंने असाधारण इच्छाशक्ति से इस कमजोरी को ही अपनी ताकत बनाया.

जुनून को फिर से जगाया

ऐसा बताया जाता है कि फौजा सिंह को बचपन से ही दौड़ने का काफी शौक था, लेकिन उनका ये शौक करियर में तब बदला, जब वह अपनी पत्नी के निधन के बाद 1992 में लंदन चले गए. लंदन में वह अपने बेटे के साथ रहने गए, लेकिन वहां उन्होंने दौड़ने के जुनून को जीवित किया और फिर जो हुआ वो नया इतिहास बन गया. 

100 साल की उम्र में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

दृढ़ निश्चय और लगन से कुछ भी संभव है, ये दुनिया को एक बार फिर फौजा सिंह ने बताया. 90 साल की उम्र में उन्होंने अपनी पहली मैराथन दौड़ पूरी की थी. 2004 में उन्होंने 93 साल की उम्र में लंदन मैराथन पूरी की. नियमित अभ्यास और अटूट समर्पण के बल पर 100 साल की आयु में साल 2011 में टोरंटो मैराथन को 8 घंटे, 11 मिनट और 6 सेकंड में पूरा कर विश्व रिकॉर्ड बनाया. वह दुनिया के पहले 100 वर्षीय मैराथन धावक बने, जिसने उन्हें दुनिया में अपनी पहचान दिलाई.

PM MODI ने फौजा सिंह के निधन पर जताया शोक

भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर फौजा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने लिखा- 'फौजा सिंह एक असाधारण इंसान थे. उन्होंने अपने खास व्यक्तित्व और फिटनेस जैसे महत्वपूर्ण विषय को लेकर भारत के युवाओं को प्रेरित किया. वे अद्भुत दृढ़ संकल्प वाले एक उत्कृष्ट एथलीट थे. उनके निधन से बहुत दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और दुनियाभर में मौजूद उनके अनगिनत प्रशंसकों के साथ हैं.'

ये भी पढ़ें: IND vs ENG: मोहम्मद सिराज कैसे हुए थे आउट, खूब वायरल हो रहा उनके विकेट का वीडियो, आपने देखा या नहीं

      
Advertisment