IND vs ENG: रोमांचक लॉर्ड्स टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम को 22 हार का सामना करना पड़ा. इस हार के कारण टीम इंडिया सीरीज में 1-2 से पिछड़ गई है और अब अगर सीरीज जीतनी है, तो बचे हुए लगातार दोनों टेस्ट जीतने होंगे. हालांकि, लॉर्ड्स टेस्ट एक वक्त पर भारत की मुट्ठी में लग रहा था, लेकिन इंग्लैंड ने बेहतर प्रदर्शन कर मैच छीन लिया. तो आइए आपको बताते हैं कि तीसरे टेस्ट मैच को हारने के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने क्या-क्या कहा.
क्या बोले शुभमन गिल?
लॉर्ड्स में टीम इंडिया ने बेहतरीन क्रिकेट खेला और जीत से सिर्फ 22 रन दूर रह गई. चौथी पारी में भारत के सामने 193 रनों का लक्ष्य था, जिसे चेज करते हुए टीम इंडिया ने दृढ़ निश्चय दिखाया, लेकिन टीम 170 पर ही सिमट गई और 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा.
पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कप्तान शुभमन गिल ने कहा, 'मुझे बहुत गर्व है. पांच दिनों तक चली कड़ी क्रिकेट के बाद अब आखिरी सेशन, आखिरी विकेट और अपनी मेहनत पर मुझे बहुत गर्व है. मुझे (लक्ष्य का पीछा करने को लेकर) पूरा भरोसा था.'
'बल्लेबाजी के लिए काफी जगह बची थी, इसलिए मैं काफ़ी आश्वस्त था, लेकिन जिस तरह से इंग्लैंड लगातार अटैक कर रहा था, हम अपने टॉप ऑर्डर में शायद कुछ 50 रनों की पार्टनरशिप बनाना चाहते थे, लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाए और उन्होंने हमसे बेहतर खेला. जब तक कोई बल्लेबाज बल्लेबाज़ी कर रहा है, तब तक हमेशा उम्मीद बनी रहती है, क्योंकि लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं था और हमें पता था कि एक 50-60 रनों की साझेदारी से हम वापसी कर लेंगे.'
कप्तान गिल ने बताया मैच का टर्निंग प्वॉइंट क्या था?
शुभमन गिल ने कहीं ना कहीं ऋषभ पंत के रन आउट को ही लॉर्ड्स टेस्ट का टर्निंग प्वॉइंट माना. उनका कहना है कि यदि भारत पहली पारी में 80-100 रनों की बढ़त ले लेता, तो मैच का रिजल्ट अलग हो सकता था. पहली पारी में दोनों ही टीमों ने 387-387 रन बनाए और ऋषभ पंत रन आउट होकर पवेलियन लौटे थे.
शुभमन गिल ने टर्निंग प्वॉइंट के बारे में बात करते हुए कहा, एक समय, हमने सोचा कि अगर हम 80-100 रनों की बढ़त बना लेते हैं तो यह हमारे लिए बहुत अहम हो सकता है, क्योंकि हम जानते थे कि इस विकेट पर पांचवें दिन 150-200 रनों का पीछा करना इतना आसान नहीं होने वाला है, इसलिए हम सोच रहे थे कि अगर हम 80 रनों की बढ़त बना लेते हैं तो हम अच्छी स्थिति में होंगे.'
'मुझे लगता है कि आखिरी एक घंटे (कल) में, हम थोड़ा बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे, खासकर आखिरी 2 विकेट जो गिरे. और आज सुबह भी, जिस तरह से वे रणनीति के साथ उतरे थे, हम एक 50 रनों की साझेदारी की उम्मीद कर रहे थे और अगर हमें शीर्ष क्रम में एक 50 रनों की साझेदारी मिल जाती, तो हमारे लिए चीजें आसान हो जातीं। कभी-कभी, सीरीज़ का स्कोरकार्ड वास्तव में यह नहीं दर्शाता है कि आपने कितना अच्छा खेला है.'
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