Jay Shah officially takes over as ICC Chairman: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह ने आधिकारिक रुप से आईसीसी के नए चेयरमैन के रुप में पदभार ग्रहण कर लिया है. 29 नवंबर आईसीसी की सभी क्रिकेट बोर्डों के साथ हुई बैठक से ये खबर आई थी कि जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष के रुप में पदभार ग्रहण का कार्यक्रम एक महीने के लिए टाला जा सकता है. लेकिन ये खबर महज अफवाह साबित हुई है और शाह ने आईसीसी के अबतक के सबसे युवा अध्यक्ष के रुप में क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था के मुखिया के रुप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है. शाह 2-2 साल के 3 कार्यकाल यानि 6 साल तक इस पद पर रह सकते हैं.
ग्रेग बॉर्कले की जगह लेंगे
जय शाह आईसीसी अध्यक्ष के रुप में न्यूजीलैंड के ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे. बॉर्कले इस पद पर 2020 से काबिज थे. शाह को इसी साल अगस् महीने में निर्विरोध रुप से आईसीसी का अध्यक्ष चुना गया था. शाह ने अध्यक्ष पद संभालने के बाद ग्रेग बार्कले को उनके 4 साल के कार्यकाल के लिए धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि, 'मैं ग्रेग बार्कले को पिछले चार वर्षों में उनके नेतृत्व में हासिल किए गए उपलब्धियों के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं.' इसके अलावा शाह ने बतौर आईसीसी अध्यक्ष अपने पहले वक्तव्य में लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने और महिलाओं के खेल के विकास को प्राथमिकता देने की बात कही है.
क्रिकेट प्रशासक के रुप में ऐसा रहा है सफर
आईसीसी के अध्यक्ष पद तक पहुंचने वाले शाह 5 वें भारतीय हैं. उनके पहले जगमोहन डालमिया, एन श्रीनिवासन, शशांक मनोहर और शरद पवार इस पद पर रह चुके हैं. बतौर क्रिकेट प्रशासक शाह ने कम समय में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. 2009 से शुरु हुए इस सफर में 2013 में वे गुजरात क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव बने. 2015 में वे बीसीसीआई में आए और वित्त और मार्केटिंग समिति के सदस्य बने. 2019 में बीसीसीआई के सचिव बने. इस दौरान वे एशियन क्रिकेट काउंसिल के भी अध्यक्ष रहे. शाह 2022 में आईसीसी की वित्त और वाणिज्यिक मामलों की उप समिति के प्रमुख बने थे.
क्या मानेंगे PCB की ये शर्त?
आईसीसी अध्यक्ष बनने के बाद जय शाह के सामने सबसे बड़ी चुनौती आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को सफलता पूर्वक आयोजित कराना है. बीसीसीआई शुरुआत से ही इस टूर्नामेंट के लिए हाईब्रिड मॉडल की मांग कर रहा है. पीसीबी ने हाईब्रिड मॉडल की इस शर्त पर स्वीकार किया है कि 2031 तक भारत में होने वाले आईसीसी या एसीसी इवेंट में उसके लिए भी हाईब्रिड मॉडल लागू हो. अब देखना है कि पीसीबी की शर्त को जय शाह मानते हैं या नहीं.
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