/newsnation/media/media_files/ucTL7a8EWW537fgOktW7.jpg)
IND vs BAN
IND vs BAN Kanpur Test: बांग्लादेश के साथ खेले जा रहे कानपुर टेस्ट मैच में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया और 146 के स्कोर पर समेट दिया. अब टीम इंडिया को जीतने के लिए 95 रनों का लक्ष्य मिला है, जिसे यकीनन रोहित एंड कंपनी आसानी से हासिल कर जीत हासिल कर सकती है. मैच जीतने के साथ ही भारत सीरीज को बांग्लादेश को क्लीन स्वीप करने वाली है.
भारत को मिला 95 रनों का लक्ष्य
बांग्लादेश के साथ खेले जा रहे कानपुर टेस्ट मैच में भारतीय टीम का कमाल जारी है. भारतीय गेंदबाजों ने 146 के मामूली स्कोर पर ही बांग्लादेश की पूरी टीम को समेट दिया. बांग्लादेश की ओर से सैडमैन (50) के अलावा कोई भी बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं बना सका. बड़ा स्कोर तो छोड़िए, भारतीय गेंदबाजों के सामने टिकने की भी हिम्मत नहीं दिखा सके.
इस तरह बांग्लादेश की टीम 146 के स्कोर पर ही सिमट गई है. गेंदबाजी इकाई की बात करें, तो जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने 3-3 विकेट लिए. वहीं, आकाश दीप ने एक विकेट अपने खाते में दर्ज किया.
Lunch on Day 5 in Kanpur!
— BCCI (@BCCI) October 1, 2024
8⃣ wickets in the morning session ⚡️⚡️#TeamIndia need 95 runs to win the 2nd Test!
Stay tuned for the chase.
Scorecard - https://t.co/JBVX2gyyPf#INDvBAN | @IDFCFIRSTBankpic.twitter.com/aEQFbnBxFB
भारत की विस्फोटक बल्लेबाजी
भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के ढ़ाई दिन बारिश में धुल गए थे. ऐसा लग रहा था कि अब तो ये मैच ड्रॉ की ओर ही बढेगा. लेकिन, जैसे ही मैच दोबारा शुरू हुआ, तो भारतीय टीम अटैकिंग मोड में आ गई. पहले टीम इंडिया ने बांग्लादेश को 233 पर ऑलआउट किया और फिर तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 285 रन बोर्ड पर लगा दिए. इस दौरान भारतीय बल्लेबाजों का अप्रोच टी-20 फॉर्मेट वाला था.
कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने तो शउरू के 3 ओवर में ही 50 रन बना दिए थे. ऐतिहासिक बल्लेबाजी कर टीम इंडिया ने 285/9 का स्कोर बोर्ड पर लगाया और बांग्लादेश को चौथे ही दिन बल्लेबाजी के लिए भी बुला लिया था. अब भारत को जीतने के लिए 95 रन बनाने हैं. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि टीम इंडिया सीरीज पर कब्जा करने के काफी करीब है.
ये भी पढ़ें: Ishan Kishan: ईशान किशन के साथ फिर हुई नाइंसाफी, खतरनाक फॉर्म के बावजूद नहीं मिली प्लेइंग-11 में जगह