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कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने छोड़ी वनडे और टी-20 की कप्तानी, इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में सेलेक्शन के लिये रहेंगे उपलब्ध

महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे और टी-20 क्रिकेट में भी कप्तानी छोड़ दी है।

Updated on: 05 Jan 2017, 07:54 AM

highlights

  • महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे और टी-20 क्रिकेट टीम की कप्तानी छोड़ी
  • धोनी ने 199 वनडे और 72 टी 20 मैचों में भारत की कप्तानी की है

नई दिल्ली:

भारतीय टीम के सबसे सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे और टी-20 की कप्तानी छोड़ दी है। बीसीसीआई ने ट्विट कर इस बात की जानकारी दी है। इससे पहले धोनी टेस्ट टीम के कप्तानी से इस्तीफा दे चुके हैं।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा कि धोनी इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले टी-20 और वनडे सीरीज के दौरान चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। अब तीनों फॉर्मेट की कप्तानी विराट कोहली को मिल सकती है। कोहली इस समय टेस्ट टीम के कप्तान हैं।

धोनी ने कहा, 'इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 और वनडे के लिए उनका चयन यदि किया जाता है तो वह टीम इंडिया का हिस्सा बनेंगे।' बीसीसीआई ने ट्वीट कर धोनी के कप्तानी छोड़ने की जानकारी दी है। धोनी टेस्ट टीम की कप्तानी पहले ही छोड़ चुके हैं। धोनी ने 199 वनडे और 72 टी 20 मैचों में भारत की कप्तानी की है। 

बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी ने कहा, 'हर भारतीय क्रिकेट फैन की तरफ से मैं एमएस धोनी को बतौर कप्तान क्रिकेट के सारे फॉर्मेट में उनके योगदान के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने नई बुलंदियों को छुआ, भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम इतिहास में उनका नाम हमेशा दर्ज हो गया है।'

धोनी की कप्तानी में भारत ने 2011 में 28 साल बाद क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता। कैप्टन कूल की कप्तानी में भारत ने 2007 आईसीसी वर्ल्ड 20-20, 2007-08 कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज, 2007-2008 में सीबी सीरीज और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जैसे अहम मुकाबले जीते।

Read also in English: Mahendra Singh Dhoni steps down as captain of Indian Cricket team

और पढ़ें: धोनी ने टी-20 और वनडे कप्तानी को कहा अलविदा, एक नजर धोनी के अब तक के करियर पर

धोनी ने 283 वन-डे मैचों में 50.89 की बेहतरीन औसत से 9110 रन बनाए, जिसमें 9 शतक और 61 अर्धशतक शामिल थे। 73 टी-20 मैचों में धोनी ने 1112 रन बनाए।

धोनी को पहली बार कप्तान की जिम्मेदारी 2007 में दी गई थी। उनकी पहली परिक्षा ही काफी मुश्किल थी। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पहली बार टी-20 विश्व कप कराने का फैसला किया। धोनी ने इस विश्व कप से अपनी कप्तानी की शुरुआत की और भारत को विजेता बनाकर स्वदेश लौटे।

टी-20 विश्व कप के बाद ही उन्हें एकदिवसीय टीम की कमान भी सौंपी गई। उन्होंने 72 टी-20 मैचों में टीम की कमान संभाली और 41 जीत टीम को दिलाई और 28 हारों का सामना किया। एक मैच टाई और दो मैचों का परिणाम नहीं निकला। वह टी-20 में सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी हैं।

पांच साल बाद उन्होंने भारत को एक बार फिर विश्व विजेता बनाया। भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश की संयुक्त मेजबानी में खेले गए 50 ओवरों के विश्व कप में भारत ने धौनी के कप्तान रहते ही जीत हासिल की। भारत ने 28 साल बाद इस विश्व कप पर कब्जा जमाया था। 2015 में हुए विश्व कप में धोनी भारत को सेमीफाइनल तक ले गए।

धोनी की कप्तानी में ही भारत ने अब तक खेले गए छह टी-20 विश्व कप में हिस्सा लिया और धोनी की कप्तानी में भारत दो बार विश्व कप के फाइनल तक पहुंचा। एक बार टीम विजेता बनी तो 2014 में उपविजेता। 2014 के फाइनल में उसे श्रीलंका ने मात दी।

पिछले साल भारत की मेजबानी में हुए टी-20 विश्व कप में भी भारत ने सेमीफाइनल में जगह बनाई, जहां उसे वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

(इनपुट IANS से भी)