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हितों के टकराव मामले पर सौरभ गांगुली को मिली खुशखबरी, मिली इस बात की इजाजत

बीसीसीआई (BCCI) सूत्रों के अनुसार जस्टिस (रिटायर्ड) डी के जैन इस मामले में अंतिम फैसला देने से पहले इस पूर्व भारतीय कप्तान का पक्ष सुनना चाहते हैं.

Updated on: 10 Apr 2019, 04:25 PM

नई दिल्ली:

बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) को उनके खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत के बावजूद आईपीएल (IPL) टीम दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के डगआउट में बैठने से नहीं रोका जाएगा. उन्हें इस मामले में बीसीसीआई (BCCI) लोकपाल के सामने स्वयं उपस्थित होना पड़ सकता है. सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के सलाहकार हैं जिसे 12 अप्रैल को कोलकाता में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ मैच खेलना है.

बीसीसीआई (BCCI) सूत्रों के अनुसार जस्टिस (रिटायर्ड) डी के जैन इस मामले में अंतिम फैसला देने से पहले इस पूर्व भारतीय कप्तान का पक्ष सुनना चाहते हैं.

कोलकाता के तीन प्रशंसकों भासवती सांतुआ, रणजीत सील और अभिजीत मुखर्जी ने बीसीसीआई (BCCI) लोकपाल डी के जैन को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि पूर्व भारतीय कप्तान की दोहरी भूमिका हितों के टकराव के अंतर्गत आती है.

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सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) ने लोकपाल के नोटिस पर इन आरोपों का सिरे से खंडन किया. बीसीसीआई (BCCI) के एक अधिकारी ने कहा, ‘सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly)) को दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के डगआउट में बैठने से नहीं रोका गया है. यह मामला अब भी लोकपाल के पास लंबित है और कोई कानून उन्हें डगआउट में उपस्थित रहने से नहीं रोक सकता.’

उन्होंने कहा, ‘.. लेकिन हां अगर वह किसी अन्य जगह पर बैठना चाहते हैं तो यह उनका फैसला होगा. जस्टिस जैन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि यह खास मैच उनकी चिंता नहीं है. इसलिए मामला पहले ही साफ हो गया है.

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जब उन्होंने लोकपाल को अपना जवाब भेज दिया है तो फिर उन्हें स्वयं उपस्थित होने की क्यों जरूरत पड़ रही है, इस पर अधिकारी ने कहा, ‘यह नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों का अनुसरण करना है. यहां तक कि हार्दिक पंड्या और केएल राहुल को भी लिखित जवाब देने के बाद व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना पड़ा था. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि लोकपाल सौरभ को बुलाएंगे लेकिन मामले को बंद करने से पहले उनके पास यह विकल्प है.’