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IND-AUS: पर्थ में कंगारुओं को घेरने के लिए कोहली बना सकते हैं ये प्लान, ऑस्ट्रेलिया का जाल में फंसना तय!

पर्थ टेस्ट में भारत के लिए चौथा तेज गेंदबाज कौन होगा, इसका चुनाव करना कोहली और रवि शास्त्री के लिए काफी मुश्किल होने वाला है।

Updated on: 13 Dec 2018, 02:35 PM

NEW DELHI:

एडिलेड टेस्ट जीतने के बाद विराट ब्रिगेड के हौंसले बुलंद हैं। तो वहीं दूसरी ओर चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला ही मैच हारने के बाद कंगारू पर्थ में होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए जबरदस्त तैयारियों में जुटे हुए हैं। 14 दिसंबर से पर्थ की हरी पिच पर शुरू होने वाला यह मैच दोनों टीमों के लिए काफी अहम होने वाला है। जहां भारत पर्थ को जीतने के बाद सीरीज में 2-0 की बढ़त बनाने के लिए उतरेगा तो वहीं ऑस्ट्रेलिया इस मैच को जीतकर बराबरी करने के लिए बेताब है।

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पर्थ टेस्ट जितना अहम है, बल्लेबाजों के लिए उतना ही चुनौतीपूर्ण भी साबित होने वाला है। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि इस दूसरे टेस्ट में तेज गेंदबाज़ों का जबरदस्त दबदबा रहेगा। इसकी वजह यहां की हरी पिच है, जिसका सीधा मतलब ये है कि पिच पर पड़ने वाली तेज गेंद और भी तेज हो जाएगी। इतना ही नहीं तेज गेंदबाजों को इस पिच पर गजब का उछाल भी मिलेगा। यही वजह है कि दोनों टीमें अपने तेज गेंदबाजों से पूरा फायदा लेना चाहती हैं।

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एडिलेड टेस्ट में जहां विराट ने टीम में तीन तेज गेंदबाज उतारे थे, तो वहीं पर्थ की तेज पिच पर चार पेसर के साथ उतरने की ज्यादा संभावनाएं हैं। एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने मैच जीतने के लिए अपना पूरा दम लगा दिया था। हालांकि पर्थ टेस्ट में भारत के लिए चौथा तेज गेंदबाज कौन होगा, इसका चुनाव करना कोहली और रवि शास्त्री के लिए काफी मुश्किल होने वाला है।

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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट के लिए भारत के स्कवॉड में उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार भी हैं। जहां उमेश के पास तेज गति है तो वहीं दूसरी ओर भुवी के पास तेज गति के साथ-साथ धारदार स्विंग भी है। टीम के कप्तान विराट कोहली अपने तेज गेंदबाजों का पूरा ध्यान रखे हुए हैं, ताकि मैच में उन्हें किसी भी तरह की कोई समस्या न हो और वे कंगारुओं के नाक में दम करने में कोई कसर न छोड़ें। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया भी पर्थ में चार तेज गेंदबाजों के साथ भारत का सामने करने के लिए मैदान में उतर सकता है।