नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता उदित राज ने बुधवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री के बयान पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों पर विश्वास नहीं किया जा सकता क्योंकि वह आदतन झूठ बोलते हैं। समाचार एजेंसी आईएएनएस से बाचतीच में उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी अक्सर चुनाव में झूठ बोलकर ही जनता को रिझाने की कोशिश करते हैं। ऐसी स्थिति में उनकी बातों पर विश्वास करना जोखिम भरा हो सकता है।
उदित राज ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 14 बार दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच उन्होंने मध्यस्थता कराई है, लेकिन प्रधानमंत्री ने आज तक इस पर किसी भी प्रकार से अपना स्पष्टीकरण नहीं दिया। अगर दिया होता, तो आज हम उनकी बातों पर विश्वास भी कर पाते।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर स्पष्ट कर दिया है कि इसमें अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी। अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ 35 मिनट चली बातचीत में पीएम मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा कि भारत ने कभी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं किया है और भविष्य में भी ऐसी मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया को इस बातचीत की जानकारी दी।
इसके अलावा, कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी के जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी भागे-भागे इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए कनाडा पहुंचे। अगर वह नहीं भी जाते, तो काम चल जाता।
उन्होंने दावा किया कि ट्रंप ने एक बार फिर से वैश्विक मंच पर भारत को नीचा दिखाने की कोशिश की। ट्रंप ने जी-7 शिखर सम्मेलन में चीन और रूस को सदस्य बनाने की पैरोकारी की, लेकिन आज तक कभी भी उन्होंने भारत को स्थायी सदस्य के रूप में नियुक्त करने की वकालत नहीं की।
उदित राज ने कहा कि पहलगाम अटैक और ऑपरेशन सिंदूर से पहले पाकिस्तान की जनता प्रधानमंत्री मोदी को अपना आदर्श मानती थी। पाकिस्तान के मीडिया में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ होती थी। लेकिन, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी का मजाक उड़ाया जा रहा है। वे हमारे बारे में तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। जब पाकिस्तान के मीडिया में मोदी के पक्ष में बातें होती थी, तो यही लोग कहते थे कि देखो पाकिस्तान की मीडिया भी मोदी भक्त हो चुकी है और जब बुराई होती है, तो ये लोग चिढ़ जाते हैं।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के साथ दुनिया का कोई देश नहीं है। यह सच्चाई बोलना क्या देश विरोधी है? आखिर हम कहां चूक गए। एक समय ऐसा था जब 26/11 आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया में अलग-थलग हो चुका था। लेकिन, आज हम लोग अलग-थलग हो चुके हैं। आईएमएफ की तरफ से पाकिस्तान को आर्थिक सहायता दी जा रही है। उससे कहा जा रहा है कि जाकर भारत के साथ लड़ो। जिन देशों के साथ उसके संबंध नहीं थे, वह अब उन देशों के साथ भी अपने संपर्क स्थापित कर रहा है।
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