नई दिल्ली, 6 जून (आईएएनएस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को नालंदा स्थित अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ में केंद्र और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार, जो कभी सत्य, न्याय और अहिंसा की धरती था, आज ‘क्राइम कैपिटल ऑफ इंडिया’ बनता जा रहा है।
राहुल गांधी के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के राज्यसभा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस शासित राज्यों में अपराध बढ़ा है, उसकी तुलना में बिहार कुछ नहीं है। नीतीश कुमार की सरकार कानून व्यवस्था के लिए जानी जाती है। नीतीश कुमार बिहार को जंगलराज से बाहर निकालकर विकास के पथ पर लाई। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अगर एनडीए की सरकार बनेगी तो इसी मुद्दे पर बनेगी कि राज्य में कानून का राज कायम है।
उन्होंने कहा, छोटी घटनाएं होती रहती हैं, वह सब ठीक हो जाएगा, लेकिन जनता इस बात को बेहतर तरीके से जानती है अगर आरजेडी और कांग्रेस की सरकार बनती तो प्रदेश में जंगलराज कायम हो जाएगा। मेरा साफ तौर पर यही मानना है कि राहुल गांधी कुछ भी बोले लेकिन जनता को सच्चाई मालूम है।
उन्होंने कहा कि जिस काम की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी ने दशकों पहले की थी, उस पर कांग्रेस की आंख अब जाकर खुली है। लंबे समय तक शासन में रहने के बावजूद कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर काम नहीं किया। हमने गरीबों, पिछड़ों और दलितों के लिए ठोस योजनाएं लागू कीं। मोदी सरकार ने जो किया, वह पिछले 50 वर्षों में नहीं हुई। कांग्रेस शासित राज्यों में 50 प्रतिशत आरक्षण की बातें हो रही हैं, लेकिन जमीनी हकीकत में अब तक कोई ठोस कदम नजर नहीं आया है। मेरा मानना है कि पिछड़ों और दलितों के उत्थान का काम पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र की एनडीए सरकार ही कर सकती है। हम केवल वादों की राजनीति नहीं करते, विकास के काम करके दिखाते हैं।
कनाडा के पीएम मार्क कार्नी ने जी 7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता दिया है। भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि यह बहुत अच्छा कदम है। बीच में संबंधों में कुछ खटास आ गई थी, लेकिन अब रिश्ते बेहतर हो रहे हैं। कनाडा में भारतीयों की संख्या बहुत ज्यादा है। वहां से हमारा रिश्ता बहुत पूराना रहा है, उसको हम और भी मजबूत करें। यह स्वागत योग्य कदम है।
भाजपा सांसद ने कहा कि 22 अप्रैल को हुई पहलगाम की घटना बेहद दुखद थी। इसके बाद भारत ने निर्णायक कदम उठाए। करीब 150 आतंकियों का सफाया किया गया। इसके बाद दो दिन की सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान को झुकना पड़ा। आखिरकार पाकिस्तान को आत्मसमर्पण करना पड़ा। हमें अपनी सेना पर गर्व है।
--आईएएनएस
एकेएस/एकेजे
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.