logo-image

अमित शाह के ईलू-ईलू बयान पर बोले भूपेश, कहा- 'यह एक तड़ीपार की भाषा है'

बाराबंकी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती को आतंकवादियों से ईलू-ईलू करने के बयान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है.

Updated on: 29 Apr 2019, 12:03 AM

नई दिल्ली:

बाराबंकी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती को आतंकवादियों से ईलू-ईलू करने के बयान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है.

बघेल ने कहा कि आतंकवाद और नक्सलवाद से भाजपा वालों का ज्यादा संबंध रहा है न कि कांग्रेस का. क्योंकि कांग्रेस ने महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी जी को खोया है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के जीरमघाटी में कांग्रेस के 29 नेता और जवान शहीद हुए थे. आज तक बीजेपी सरकार ने इसकी जांच नहीं कराई.

हमारे संबंध आतंकवादियों के साथ कतई नहीं हो सकते. भूपेश बघेल ने कहा कि पुलवामा की घटना में 40 से ज़्यादा जवान शहीद हो गए. क्या इसकी जांच की घोषणा हुई. बघेल ने कहा कि मध्य प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह के मुताबिक आतंकवाद त्याग, तपस्या और बलिदान का परिचायक है. अमित शाह को इसके बारे में पहले कुछ बोलना चाहिए.

बघेल ने कहा कि अमित शाह गुजरात से तड़ीपार थे. इस वजह से उनकी भाषा भी उसी तरह है. बीजेपी कभी घूसखोर को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाती है तो कभी तड़ीपार को. यह परंपरा बीजेपी में ही हो सकती है किसी और पार्टी में नहीं. सीएम बघेल ने कहा कि यूपीए सरकार में मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते मनरेगा योजना के चलते देश मंदी की चपेट में नहीं आया. पीएम पर तंज कसते हुए बघेल ने कहा कि अगर वह चौकीदार थे तो ललित मोदी, नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चौकसी भाग कैसे गए.