/newsnation/media/media_files/2025/04/11/XRNap8lFrkFx9xxwKumI.jpg)
share market update Photograph: (social media)
इस साल दिवाली का त्योहार 20 अक्टूबर यानी आज मनाया जा रहा है. आज देशभर में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा के साथ खुशियों का त्योहार मनाया जाएगा. लेकिन इसी बीच कई लोग हैरान हैं कि जब आज दिवाली है, तो BSE और NSE शेयर बाजार खुले क्यों हैं?
दरअसल, इसकी वजह यह है कि इस बार शेयर बाजार में दिवाली की छुट्टी 21 अक्टूबर को रखी गई है, न कि 20 अक्टूबर को. इसी दिन विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र भी आयोजित होगा. जबकि 22 अक्टूबर को बलि प्रतिपदा के मौके पर बाजार पूरी तरह बंद रहेगा.
क्यों बदली गई तारीख?
दिवाली का त्योहार कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है. इस साल अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे तक रहेगी. इसी वजह से पूजा 20 अक्टूबर की रात को होगी, लेकिन बाजार की छुट्टी और मुहूर्त ट्रेडिंग 21 अक्टूबर को तय की गई है.
मुहूर्त ट्रेडिंग की टाइमिंग
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के सर्कुलर के अनुसार, इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग 21 अक्टूबर 2025 को दोपहर 1:45 से 2:45 बजे तक होगी.
प्री-ओपन सेशन: 1:30 से 1:45 बजे तक
मुख्य ट्रेडिंग सेशन: 1:45 से 2:45 बजे तक
क्लोजिंग सेशन: 2:55 से 3:05 बजे तक
यह एक घंटे का प्रतीकात्मक ट्रेडिंग सत्र होता है, जिसे शुभ माना जाता है. इस समय निवेशक नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के रूप में निवेश करते हैं.
कौन-कौन से सेगमेंट रहेंगे बंद?
आपको बता दें कि 21 और 22 अक्टूबर को, BSE और NSE दोनों में इक्विटी, डेरिवेटिव्स, करेंसी, कमोडिटी, बॉन्ड्स और म्यूचुअल फंड सेगमेंट में ट्रेडिंग पूरी तरह बंद रहेगी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी इन दोनों दिनों अवकाश रहेगा.
मुहूर्त ट्रेडिंग दोपहर में रखने की वजह
पहले मुहूर्त ट्रेडिंग शाम को होती थी, लेकिन अब इसे दोपहर में शिफ्ट किया गया है. इसका मकसद है कि ब्रोकर्स, एक्सचेंज कर्मचारियों और निवेशकों को दिवाली की शाम अपने परिवारों के साथ मनाने का अवसर मिले. साथ ही, दोपहर की टाइमिंग NRI और ग्लोबल इनवेस्टर्स के लिए भी सुविधाजनक है. इस बदलाव से न सिर्फ कामकाज आसान हुआ है, बल्कि त्योहार की खुशी और भागीदारी भी बढ़ी है.
यह भी पढ़ें- Diwali Muhurat Trading 2025: इतिहास में पहली बार मुहूर्त ट्रेडिंग के समय में हुआ बदलाव, जानें नया समय और कारण
यह भी पढ़ें- भारत की खुदरा महंगाई दर में अक्टूबर में आ सकती है बड़ी गिरावट : रिपोर्ट