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Reliance JioFiber उपभोक्ताओं को दे सकता है झटका, कर सकता है ये बड़ा बदलाव

जियो फाइबर के उपभोक्ताओं ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ब्रॉडबैंड प्लान की डाउनलोडिंग की जगह अपलोडिंग स्पीड को 10 प्रतिशत तक घटाया जा सकता है

Updated on: 16 Dec 2019, 04:13 PM

नई दिल्ली:

रिलायंस जियो (Reliance Jio) अपने यूजर्स को एक बड़ा झटका देने की तैयारी में है. मीडिया में आईँ खबरों के मुताबिक जियो फाइबर (Jio Fiber) के कुछ यूजर्स ने सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए ये बात साझा की है कि कंपनी सर्विस की टॉप स्पीड को 10 प्रतिशत तक कम करने की फिराक में है. आपको बता दें कि सितंबर 2019 में रिलायंस ने व्यावसायिक तौर पर ऑप्टिकल फाइबर ब्रॉडबैंड सर्विस JioFiber शुरू किया था. कंपनी अपने प्लान को और सस्ता करने वाली है, जिसकी वजह से टॉप स्पीड को कम करने की तैयारी की जा रही है. आपको बता दें कि जियो फाइबर के ब्रॉडबैंड प्लान्स में ग्राहकों को 699 रूपयों की शुरुआती कीमत में उपलब्ध है. जियो फाइबर के इस प्लान में उपभोक्ताओं को 100 Mbps की स्पीड से इंटरनेट ऑफर किया जा रहा है.

आपको बता दें कि जियो फाइबर (JioFiber) के हाई एंड प्लान के साथ यूजर्स को 1 Gbps की स्पीड से इंटरनेट ऑफर की जा रही है. ऐसे में इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि कंपनी अपने ओपनिंग प्लान की स्पीड 100 एमबी प्रति सेकेंड की जगह 10 एमबी प्रति सेकेंड तक कर सकती है. जियो फाइबर के उपभोक्ताओं ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ब्रॉडबैंड प्लान की डाउनलोडिंग की जगह अपलोडिंग स्पीड को 10 प्रतिशत तक घटाया जा सकता है ऐसे में अगर उपभोक्ताओं को 100 एमबी प्रति सेकेंड की डाउनलोडिंग स्पीड ऑफर की जा रही है तो उस प्लान में उपभोक्ताओं को 10 एमबी प्रति सेकेंड की अपलोडिंग स्पीड ऑफर की जा सकती है.

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आपको बता दें कि पिछले दिनों ही कंपनी ने अपने जियो फाइबर यूजर्स को बिल भी भेजना भी शुरू कर दिया है. अब तक यूजर्स को प्रिव्यू ऑफर के तहत ब्रॉडबैंड सर्विस बिना किसी चार्ज के ऑफर किया जा रहा था. इस बात का ये मतलब हुआ कि अब कंपनी उपभोक्ताओं को इंटरनेट के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए पैसे चार्ज करना शुरू कर रही है. आपको बता दें कि पिछले दिनों जिस तरह से जियो ने अपने प्रीपेड प्लान्स की दरों के दाम बढ़ा दिए हैं उसकी वजह से रिलायंस जियो के उपभोक्ता पहले से ही नाराज हैं ऐसे में जियो फाइबर की स्पीड घटाने से उपभोक्ताओं की नाराजगी बढ़ सकती है और रिलायंस के ग्राहक कम हो सकते हैं.

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रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने सोमवार को कहा कि वह रिलायंस जियो (Reliance Jio) की दूरसंचार टावर परिसंपत्तियों को कनाडा की ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स एलपी को 25,215 करोड़ रुपये में बेचेगी. RIL ने कहा कि उसकी इकाई रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड (RIIHL-आरआईआईएचएल) ने ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स एल . पी (Brookfield Infrastructure Partners LP) और उसके साझेदारों के साथ टावर कारोबार सौदे के लिए बाध्यकारी समझौता किया है.

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ब्रुकफील्ड टावर कंपनी की 100 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी खरीदेगी. कंपनी ने बयान में कहा कि आरआईआईएचएल ने "ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स एल . पी . और उसके संस्थागत साझेदारों के साथ समझौता किया है. इसके तहत ब्रुकफील्ड, टावर इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट की ओर से जारी यूनिट (शेयर) में 25,215 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इस सौदे के तहत, टावर इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट की प्रायोजक आरआईआईएचएल ब्रुकफील्ड से संबद्ध बीआईएफ-चार जारविस इंडिया और कुछ अन्य सह निवेशकों के लिए ट्रस्ट में शेयर जारी करेगी. सौदा पूरा होने के बाद, ब्रुकफील्‍ड और उसके अन्य भागीदार ट्रस्‍ट के प्रायोजक बन जाएंगे और उनके पास भारत की सबसे बड़ी दूरसंचार टॉवर कंपनी में उनकी 100 प्रतिशत हिस्‍सेदारी होगी. टॉवर इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर ट्रस्‍ट के पास 130,000 टॉवर हैं.