Reliance Jio Superpower in Indian Telecom Industry: साल 2016 था, जब मैं अपने दोस्त के साथ मार्केट में घूम रहा था, अचानक से वो मुझसे कहता है कि यार एक सिम आई है. कोई जियो करके, जो फ्री का डेटा दे रही है, वो भी अनलिमिटेड. मैनें पहले तो उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया, पर उसने वही बात दोबारा बोली, तो मैंने उससे कहा कि यार कोई फ्रॉड होगा. ऐसे फ्री में कोई भी डेटा कौन देता है. ये बात कहके मैने उसे रोक दिया. बात भी मेरी ठीक थी क्योंकि उस समय फ्रॉडबाजी बहुत ही चलती थी. इस बात को हुए दो महीने ही बीते थे कि मैं एक लंबी लाइन में लगा हुआ था उस जियो की सिम को लेने के लिए. लेकिन मेरे साथ मेरा वो दोस्त नहीं था, क्योंकि वो पहले ही जियो का ग्राहक बन चुका था. और मजे से फ्री का नेट यूज़ कर रहा था. आने वाले दिनों में देखते ही देखते मेरे कई दोस्तों के पास जियो की सिम आ चुकी थी. ना सिर्फ दोस्तों के पास बल्कि उनके घर वाले भी जियो के ग्राहक बन चुके थे. यानी 2 से 3 महीने में मेरे लगभग सभी जानने वाले के पास जियो की सिम आ चुकी थी.
जियो का मास्टरस्ट्रोक
इसे जियो का मास्टरस्ट्रोक ही कहेंगे, कि कम समय में उन्होंने भारत के लगभग 30 फीसदी कस्टमर को अपने साथ जोड़ लिया था. उस समय वोडाफोन, एयरटेल के साथ कई और भी कंपनियां भारत के मार्केट में मौजूद थीं, जिसमें टाटा भी शामिल थी. लेकिन कहते हैं ना जब कोई पूरी प्लानिंग के साथ आता है तो उसका तोड़ निकाल पाना बेहद ही मुश्किल हो जाता है. ऐसा ही कुछ जियो के केस में हुआ.
इसके बारे में कोई नहीं करता बात
जियो को लोग फ्री सर्विस के लिए जानते हैं, पर इस कंपनी ने एक और ऐसा काम किया जिसकी शायद ही कम लोग बात करते हैं. वो है इसकी कमाल की सर्विस. याद कीजिए, आप एक फ्री की सिम यूज़ कर रहे थे और दिन में कितनी बार वीडियो चलते हुई रुकी. मुझे तो याद ही नहीं आता. लेकिन हां, मैं जब 100 रुपए का रिचार्ज 1 जीबी के लिए करता था, वो सिम दिन में कई बार स्लो नेटवर्क जरूर दिखा देती थी. यानी ये कमाल की बात थी कि एक तरफ जियो फ्री में सर्विस दे रही है, साथ में सर्विस की क्वालिटी कमाल की है. इससे ये हुआ कि ग्राहक जिओ के साथ जुड़ते ही गए.
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भारतीय मार्केट है बड़ा समझदार
अब आप का अगला सवाल होगा कि भाई, अगर कोई फ्री में कुछ दे रहा है तो लोग लेंगे ही...लेकिन इसका जबाव यही है कि अगर जियो की सर्विस A+ नहीं होती तो कई लोग पहले ही इसे टाटा-टाटा कह चुके होते. और दूसरी कंपनियां जिओ को मार्केट से अपने डेटा प्लान को सस्ता करके बाहर कर देते. पर ऐसा नहीं हो सका.
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आंकड़े जियो के साथ
आज की बात करें तो जिओ भारत में टेलिकॉम सेक्टर को लीड कर रहा है. साल 2016 में आई एक कंपनी 7 साल के अंडर सभी पर भारी पड़ी. ट्राई की कस्टमर रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल 2023 के आखिर तक भारत में 850.94 मिलियन लोग वायरलैस और वायर हैंडसेट का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें जियो का शेयर सबसे ज्यादा 32.05 फीसदी है. इसके अलावा ब्रॉडबैंड की बात करें तो वायर्ड और वायरलैस ब्रॉडबैंड सर्विस में जियो का शेयर 51.93 फीसदी है. यानी आंकड़ो से देख सकते हैं कि फ्री की सर्विस खत्म होने के बाद भी जियो अपनी शानदार तकनीकी से नंबर 1 की पॉजिशन पर बरकरार है.
प्लान पर किया काम
अगर जियो सिर्फ फ्री के चक्कर में आगे जा रहा होता तो कब का मार्केट से ऑउट हो जाता. पर इस कंपनी ने अपनी सर्विस पर सबसे पहले फोकस किया. प्लान तो हर कोई बना लेता है पर उसे असल जिंदगी में लागू करना सबसे बड़ी बात होती है. वो जियो ने करके दिखाया है.
Source : Shubham Upadhyay