logo-image

ध्यान दीजिए! 1 जुलाई से होगा 12 घंटे काम! ज्यादा पीएफ के साथ 3 तीन का मिलेगा आराम

Labour Code Latest News: माना जा रहा है कि नया नियम आपके जीवन में आने वाली जुलाई की पहली तारीख को ही दस्तक दे सकता है. मोदी सरकार लेबर कोड के नियमों को लागू कर सकती है हालांकि नियम पर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

Updated on: 23 Jun 2022, 09:39 AM

highlights

  • अगले महीने 1 जुलाई से लागू हो सकता है नया नियम
  • काम में ओवर टाइम के घंटे 50 से बढ़कर 125 हो जाएंगे
  • बेसिक सैलरी में इजाफे से पीएफ में ज्यादा रकम होगी जमा

नई दिल्ली:

Labour Code Latest News: 1 जुलाई से आपके काम को लेकर नया बदलाव होने जा रहा है. जहां पहले ऑफिस के लिए काम के घंटे 8 से 9 हुआ करते थे, वहीं अब नए नियमों में काम के घंटे बढ़ रहे हैं. नए नियमों के मुताबिक ऑफिस में सभी के लिए काम के घंटे 12 होने जा रहे हैं इसी के साथ आराम के लिए तीन दिन मिलेंगे. दरअसल लंबे समय से मोदी सरकार के इस नए नियम के आने की चर्चाएं हो रही हैं. माना जा रहा है कि नया नियम आपके जीवन में आने वाली जुलाई की पहली तारीख को ही दस्तक दे सकता है. मोदी सरकार लेबर कोड के नियमों को लागू कर सकती है हालांकि नियम पर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

12 घंटे काम हफ्ते में तीन दिन आराम
नए नियमों के आने से जहां हर किसी के लिए काम के घंटे बढ़ जाएंगे वहीं हफ्ते में पहले के मुकाबले आराम का ज्यादा समय मिलेगा. कंपनियों को अधिकार होगा कि वे कर्मचारियों से काम के 12 घंटे लें इसके साथ ही कर्मचारियों को आराम के लिए 1 दिन और अतिरिक्त दिया जाएगा. हफ्ते में चार दिन 12 घंटे काम के बाद तीन दिन आराम के मिलेंगे. यानि ओवर टाइम के घंटे 50 से बढ़कर 125 हो जाएंगे. 

ये भी पढ़ेंः Edible Oil के भाव में 15 रुपये तक की नरमी! इन कारणों से सस्ता हुआ तेल

रिटायरमेंट के बाद सुकून से कटेगी जिंदगी 
नए नियमों के तहत कर्मचारियों की सैलरी स्ट्रक्चर में भी बदलाव होंगे. नए ड्राफ्ट रूल के तहत बेसिक सैलरी कुल सैलरी का 50 फीसदी से अधिक हिस्सा होना जरूरी होगा. जिसके बाद से बेसिक सैलरी में इजाफा होगा और पीएफ में पहले के मुकाबले ज्यादा रुपये जमा होगा. पीएफ ज्यादा होने से सैलरी तो कम होगी लेकिन रिटायरमेंट के बाद पीएफ से ज्यादा पैसा बनेगा. इसी के साथ पीएफ बढ़ने से कंपनियों को भी पहले के मुकाबले कर्मचारियों के लिए ज्यादा रकम पीएफ में जमा करनी होगी. माना जा रहा है कि लेबर कोड नियमों के लागू होने से देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा.