logo-image

OPD के लिए इंश्योरेंस लेना क्यों है जरूरी, जानिए इसके क्या हैं फायदे

जानकारी के मुताबिक रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी (Reliance General Insurance Company) ने डिजिटल केयर मैनेजमेंट (Digital Care Management) पॉलिसी को लॉन्च किया है.

Updated on: 11 Oct 2021, 10:31 AM

highlights

  • OPD इंश्योरेंस प्लान में बाह्य रोगी विभाग के खर्च को कवर किया जाता है
  • पॉलिसी में 1 हजार रुपये से लेकर 5 हजार रुपये तक के खर्च को कवर किया जाएगा

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) की वजह से आजकल OPD (Outpatient Department) का खर्च काफी ज्यादा बढ़ गया है. मौजूदा समय में बहुत से हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) में ओपीडी के खर्च को शामिल नहीं किया गया है. ऐसी स्थिति में ओपीडी के लिए अलग से इंश्योरेंस कवर (Insurance Cover) की जरूरत होती है. जानकारी के मुताबिक रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी (Reliance General Insurance Company) ने डिजिटल केयर मैनेजमेंट (Digital Care Management) पॉलिसी (Insurance Policy) को लॉन्च किया है. बीमा नियामक इरडा ने इस पॉलिसी को मंजूरी भी दे दी है. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक OPD इंश्योरेंस प्लान में बाह्य रोगी विभाग के खर्च को कवर किया जाता है. इस पॉलिसी में डॉक्टर की फीस और दवाओं के खर्च को शामिल किया जाता है. हालांकि एक दिन से ज्यादा दिन तक अस्पताल में भर्ती होने पर ओपीडी के खर्च को कवर किया जाता है. इसके तहत प्री-हॉस्पिटलाइजेशन की अवधि 30 से 90 दिन होती है. वहीं पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन की अवधि 60 से 180 दिन है. ओपीडी के प्लान को बेस प्लान के साथ लिया जा सकता है. इसके अलावा इसको राइडर के तौर पर भी खरीद सकते हैं.

जानकारी के मुताबिक ओपीडी पॉलिसी में 1 हजार रुपये से लेकर 5 हजार रुपये तक के खर्च को कवर किया जाएगा. रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी की इस पॉलिसी का फायदा 18 वर्ष से 75 वर्ष तक के मरीज उठा सकते हैं. इसके अलावा इस कवर में फैमिली फ्लोटर का भी विकल्प है. इस पॉलिसी में अधिकतम आठ सदस्यों को शामिल कर सकते हैं.