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DK Shivkumar Net Worth: अमीरी में भी किसी से कम नहीं कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, जानें कुल संपत्ति

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के चली लंबी खींचतान के बाद आखिरकार प्रदेश को सिद्दारमैया के रूप में नया मुख्यमंत्री मिल गया.

Updated on: 20 May 2023, 01:23 PM

highlights

  • किसी उद्ममी से कम नहीं डीके शिवकुमार की दौलत
  • अमीरी के मामले में कांग्रेस के चुनिंदा नेताओं में हैं शुमार
  • 5 वर्ष में 68 फीसदी से ज्यादा बढ़ी डीकेएस की संपत्ति 

नई दिल्ली:

DK Shivkumar Net Worth: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के चली लंबी खींचतान के बाद आखिरकार प्रदेश को सिद्दारमैया के रूप में नया मुख्यमंत्री मिल गया. वहीं उपमुख्यमंत्री के तौर पर डीके शिवकुमार ने शपथ ले ली है. भले ही सीएम की रेस में सिद्दारमैया ने कांग्रेस आलाकमान के सामने अपना पलड़ा भारी रखा हो लेकिन दौलत और रुतबे के मामले में वो डीके शिवकुमार से काफी पीछे हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बंपर जीत के पीछे भी डीके शिवकुमार को भी चाणक्य माना जा रहा है. उन्होंने चुनाव नतीजों से पहले ही सीटों को लेकर जो दावा किया था वो 95 फीसदी सही साबित हुआ. आइए जानते हैं कि अमीरी के मामले में किसी उद्योपति के बराबर कितनी संपत्ति के मालिक हैं डीके शिवकुमार. 

किसी उद्योगपति से कम नहीं डीके शिवकुमार की दौलत
डीके शिवकुमार ना सिर्फ नेता बल्कि अमीर नेताओं की सूची में गिने जाते हैं. कांग्रेस के तमाम नेताओं में भी डीके शिवकुमार की गिनती चुनिंदा अमीर नेताओं में की जाती है. डीके शिवकुमार की नेट वर्थ की बात की जाए तो इसमें लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. 

2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान डीकेएस की ओर से दाखिल हलफनामे के मुताबिक उनकी संपत्ति 840.08 करोड़ रुपए थी. जबकि 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान ये बढ़कर 1413.78 करोड़ रुपए पर पहुंच गई. यानी पांच वर्ष में डीके शिवकुमार की संपत्ति में 68 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है. 

बता दें कि डीके शिवकुमार कनकपुरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते आ रहे हैं और यहां से वह लगातार जीत भी दर्ज कर रहे हैं. इस सीट से डीके ने लगातार 9 बार जीत दर्ज की है. फिर चाहे वो धनबल हो या फिर राजीनीति हर मोर्चे पर उन्होंने कांग्रेस को बढ़त ही दिलाई है.

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हालांकि इस बार वो सीएम बनने को लेकर काफी दिन अड़े रहे. इसके बाद ये बताया जा रहा है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के सामने उन्होंने 2.5 साल वाले फॉर्मूले पर रजामंदी दे दी है. यानी पहले ढ़ाई वर्ष सिद्दारमैया सीएम रहेंगे जबकि बाद के ढाई वर्ष डीके शिवकुमार सीएम की गद्दी संभालेंगे. 

आपराधिक मामलों में भी पीछे नहीं डीकेएस
डीके शिवकुमार एक तरफ दौलत के मामले में आगे हैं तो दूसरी तरफ इन पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. शायद यही वजह है रही कि मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में वे सिद्दारमैया से पिछड़ गए. मिली जानकारी के मुताबिक डीके एस पर कुल 19 मामले दर्ज हैं. इनमें भ्रष्टाचार का मामला भी प्रमुख रूप से शामिल है.