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Investment Idea: रिटायरमेंट की योजना बना रहे हैं तो इन 5 बातों का ख्याल जरूर रखें

जानकारों का कहना है कि वित्तीय अनुशासन के साथ लंबी अवधि की योजना बनाकर बेहतर रिटायरमेंट (Retirement) को प्लान किया जा सकता है.

Updated on: 24 Dec 2019, 11:23 AM

नई दिल्ली:

हर कोई सुखद और आरामदायक रिटायरमेंट (Retirement) का सपना देखता है, लेकिन सभी इस सपने को पूरा नहीं कर पाते हैं. दरअसल, सही प्लानिंग के अभाव में इस लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल हो जाता है. हालांकि अगर समय रहते योजना बना ली जाए तो यह मुमकिन भी है. जानकारों का कहना है कि वित्तीय अनुशासन के साथ लंबी अवधि की योजना बनाकर बेहतर रिटायरमेंट को प्लान किया जा सकता है.

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नौकरी शुरू करते ही करें रिटायरमेंट की प्लानिंग
नौकरी शुरू करते ही लोगों को रिटायरमेंट की प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए. दरअसल, नौकरी के शुरुआती दिनों में इस योजना के बनाने से आपको काफी समय मिल जाता है और जिम्मेदारियों के बढ़ने पर आपके ऊपर निवेश बोझ नहीं रहता है. इसलिए लक्ष्य निर्धारित करने के बाद लोगों को फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit), पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (Public Provident Fund), इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund) और पेंशन स्कीम (NPS) में निवेश शुरू कर देना चाहिए. लोगों को शुरुआती दिनों में खर्चों पर लगाम लगाने के साथ ही रेग्युलर निवेश करना चाहिए.

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संयम के साथ खर्च करने की आदत डालें
लोगों को अपनी आय से ज्यादा खर्च करने की आदत से बचना चाहिए. अगर ऐसा जारी रहा तो भविष्य में पैसा इकट्ठा (Wealth Creation) नहीं कर पाएंगे. ऐसे में आपको इसके लिए बजट बनाने की जरूरत है. लोगों को गैर जरूरी खर्चों को कम करने की कोशिश करनी चाहिए. संयम के साथ खर्च की आदत से आपके पास पर्याप्त फंड इकट्ठा हो जाएगा. यह फंड आपके भविष्य के आकस्मिक खर्चों और रिटायरमेंट के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. इसके अलावा रिटायरमेंट के बाद की जरूरतों को पूरा करने में भी काफी सहायक होगा.

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लोन ऐसे लें कि आपका रिटायरमेंट प्रभावित ना हो
लोगों को किसी भी शॉर्ट टर्म खर्च के लिए लोन ऐसे लेना चाहिए कि आपकी रेग्युलर सेविंग प्रभावित नहीं हो. साथ ही आपका काम भी हो जाए. इसके अलावा रिटायरमेंट भी प्रभावित नहीं हो. मान लीजिए कि आपने एक साल के बाद विदेश घूमने जाने के लिए 3 लाख रुपये इकट्ठा करने का लक्ष्य बनाया है. ऐसे में समय रहते आपको निवेश शुरू कर देना चाहिए, ताकि समय रहते पैसा इकट्ठा हो सके. अगर आपने ऐसा नहीं किया तो यात्रा से पहले आखिरी समय में आपको पर्सनल लोन (Personal Loan) लेना पड़ सकता है. बता दें कि पर्सनल लोन की ब्याज दरें काफी ज्यादा होती हैं ऐसे में आपका निवेश गड़बड़ा सकता है. इसलिए समझदारी से लगातार निवेश और बचत करना बेहद जरूरी है.

लोन का प्रबंधन सही तरीके से करें
आज के समय में हर किसी को कोई ना कोई लोन लेना ही पड़ जाता है. ऐसे में लोन का सही प्रबंधन एक चुनौती है, क्योंकि अगर आपने इसका उचित प्रबंधन नहीं किया तो भविष्य में आपकी बचत और रिटायरमेंट योजना को बड़ा झटका लग सकता है. लोन को बेहतरीन तरीके से प्रबंधन करने के लिए क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने का उपाय करना चाहिए. इसके अलावा EMI को मिस किए बगैर लोन का भुगतान करने की कोशिश करनी चाहिए.

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इंश्योरेंस लेना बेहद अहम
सुखद रिटायरमेंट के लिए समय रहते हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance), टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance) और अन्य बीमा योजनाओं का लिया जाना बेहद जरूरी है. दरअसल, उम्र बढ़ने के साथ ही इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम काफी महंगा हो जाता है, इसलिए उसको सही समय पर लिया जाना चाहिए. टर्म इंश्योरेंस आपके लिए अनिवार्य है. हालांकि टर्म इंश्योरेंस का फायदा बीमित व्यक्ति को नहीं मिलता है लेकिन उनके आश्रितों का जीवन काफी आसान हो जाता है. इसलिए व्यक्तियों को अच्छे और सुखद रिटायरमेंट के लिए टर्म इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए.