म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) (Photo Credit: फाइल फोटो)
मुंबई:
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) कंपनियों को 50,000 करोड़ रुपये की विशेष नकदी सुविधा (Special Liquidity Facility) उपलब्ध कराने की घोषणा की है. रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से यह घोषणा फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड कंपनी (Franklin India Templeton Mutual Fund) के अपनी छह बांड योजनाओं को बंद करने के कुछ दिन बाद की गयी है. उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus-Covid-19) के चलते पूंजी बाजार में उतार-चढ़ाव से म्यूचुअल फंड कंपनियों की नकदी हालत पर दबाव है. RBI 90 दिनों के लिए निर्धारित रेपो दर रेपो परिचालन करेगा.
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बढ़ते दबाव के चलते म्यूचुअल फंड कंपनियों ने कुछ बांड योजनाओं बंद किया
रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि इस बढ़ते दबाव के चलते म्यूचुअल फंड कंपनियों को कुछ बांड योजनाओं को बंद करना पड़ा है. इसके और नुकसानदायक प्रभाव भी हो सकते हैं. हालांकि यह दबाव मुख्य तौर पर ज्यादा जोखिम वाले बांड म्यूचुअल फंड तक ही सीमित है जबकि अन्य कंपनियों / योजनाओं की नकदी स्थिति सामान्य है. बयान में कहा गया है कि म्यूचुअल फंड कंपनियों पर नकदी के दबाव को कम करने के लिए उन्हें 50,000 करोड़ रुपये की विशेष नकदी सुविधा (ऋण सहायता) उपलब्ध कराने का निर्णय किया गया है. रिजर्व बैंक ने कहा कि वह हालातों को लेकर सतर्क है. कोरोना वायरस के आर्थिक असर को कम करने और वित्तीय स्थिरता को कायम रखने के लिए वह हरसंभव कदम उठा रहा है.
With a view to easing liquidity pressures on Mutual Funds, it has
— ANI (@ANI) April 27, 2020
been decided to open a special liquidity facility for mutual funds of Rs 50,000 crores. RBI shall conduct repo operations of 90 days
tenor at the fixed repo rate: Reserve Bank of India (RBI) pic.twitter.com/0DnCb07bMG
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बंद होने वाली 6 म्यूचुअल फंड स्कीम
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बता दें पिछले दिनों फ्रेंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड (Franklin India Templeton Mutual Fund) ने अपनी डेट स्कीम्स (Debt Schemes) में से 6 स्कीम को बंद करने का निर्णय लिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन 6 स्कीम की एसेट वैल्यू 25,856 करोड़ रुपये है. (इनपुट भाषा)