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रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) से बंपर रिटर्न पाने के लिए बनाएं ये रणनीति

Mutual Fund Investment: जानकारों का कहना है कि वैश्विक बाजार में तनाव के चलते शेयर बाजार (Share Market) में उतार-चढ़ाव रहने की आशंका बरकरार है. जानकारों ने निवेशकों को लॉन्ग टर्म में म्यूचुअल फंड्स में बने रहने की राय दी है.

Updated on: 01 Mar 2022, 09:41 AM

highlights

  • लॉन्ग टर्म के लिए मौजूदा समय अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने का है
  • घरेलू अर्थव्यवस्था से जुड़े सेक्टर्स के ऊपर निवेशकों को ध्यान देने की जरूरत

नई दिल्ली:

Mutual Fund Investment: यूक्रेन पर रूस का आक्रमण दूसरे सबसे बड़े शहर खार्विव में बमबारी के साथ छठे दिन में प्रवेश कर गया है. यहां तक ​​​​कि क्रेमलिन को विश्व मंच पर बढ़ते अलगाव का सामना करना पड़ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूसी काफिला अपने सैकड़ों टैंकों और वाहनों के साथ राजधानी कीव के बाहरी इलाके में पहुंच चुका है जो सिर्फ 17 मील दूर है. सोमवार को दोनों पक्षों के बीच करीब पांच घंटे तक बातचीत चलती रही लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है. इन सबके बीच निवेशक म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करने को लेकर आशंकित हैं और जानना चाह रहे हैं कि अब क्या करना चाहिए. 

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लॉन्ग टर्म में म्यूचुअल फंड्स में बना रहने की उम्मीद
जानकारों का कहना है कि वैश्विक बाजार में तनाव के चलते शेयर बाजार (Share Market) में उतार-चढ़ाव रहने की आशंका बरकरार है. जानकारों ने निवेशकों को लॉन्ग टर्म में म्यूचुअल फंड्स में बने रहने की राय दी है. जानकार कहते हैं कि पिछले दो साल से निवेश के लिहाज से मार्केट काफी अच्छा रहा है और निवेशकों को बंपर रिटर्न मिला है. हालांकि अब जानकारों का कहना है कि अगर किसी निवेशक को पैसे की जरूरत है तो वह अभी फिलहाल फंड से पैसा निकाल सकता है. उनका कहना है कि यह हालात काफी समय तक नहीं बना रह सकता है और इन सभी समस्याओं के खत्म होने के बाद एक बाजार फिर मार्केट नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगा.

कैसे बनाएं पोर्टफोलियो
जानकारों का कहना है कि लॉन्ग टर्म के लिए पैसा लगाने वाले निवेशकों के लिए मौजूदा समय अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने का है. साथ ही अपनी रिस्क के हिसाब से पोर्टफोलियो को भी रीबैलेंसिग करने का समय है. मार्केट में गिरावट बढ़ने पर SIP में धीरे-धीरे निवेश को बढ़ाना चाहिए. हालांकि जानकार मानते हैं कि रूस-यूक्रेन संकट की वजह से मार्केट आगे किस दिशा में जाएगा, इस पर अभी कुछ भी कहना मुश्किल है, लेकिन अगर लिक्विडिटी कम होती है तो निश्चिततौर पर मार्केट पर उसका नकारात्मक असर देखने को मिल सकता है. मतलब यह कि बाजार में उतार-चढ़ाव बनी रह सकती है.

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जानकारों का कहना है कि मौजूदा हालात में निवेशकों को घरेलू अर्थव्यवस्था से जुड़े सेक्टर्स के ऊपर ध्यान दिया जाना चाहिए. उनका कहना है कि फार्मा, बैंकिंग, फाइनेंशियल, ऑटो और सीमेंट सेक्टर पर खास ध्यान रखने की जरूरत है. जानकार कहते हैं कि नए निवेशकों के लिए इक्विटी मार्केट में पैसा लगाने का काफी अच्छा मौका दिखाई पड़ रहा है और पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करने से रिस्क फैक्टर भी कम होगा. 

(Disclaimer: निवेशक निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. न्यूजनेशनटीवीडॉटकॉम की खबर को आधार मानकर निवेश करने पर हुए लाभ-हानि का newsnationtv.com से कोई लेना-देना नहीं होगा. निवेशक स्वयं के विवेक के आधार पर निवेश के फैसले लें)