नई दिल्ली:
Mothers Day 2019: पिछले कुछ वर्षों में सिजेरियन डिलीवरी के मामलों में खासी बढ़ोतरी हुई है. न सिर्फ विदेशों में बल्कि अब भारत में भी नॉर्मल यानि नेचुरल तरीके से बच्चे पैदा करने के बजाए ऑपरेशन को तरजीह दिया जाने लगा है. जहां नॉर्मल डिलीवरी कम पैसों में होती है. वहीं सिजेरियन के लिए अस्पताल ज्यादा से ज्यादा पैसे वसूलने की कोशिश करते हैं. इन्हीं सब बातों को देखते हुए मौजूदा समय में हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) के साथ मैटरनिटी कवर (Maternity Insurance) लेना जरूरी हो गया है.
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सिजेरियन डिलीवरी पर होता है भारी खर्च - Heavy expenditure on Caesarean delivery
भारत में मौजूदा समय में प्रसव के ऊपर खर्च बढ़ता जा रहा है. मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए अस्पतालों में प्रसव (Maternity) कराना महंगा होता जा रहा है. अमूमन एक बार में प्रसव पर 1 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक का खर्च होता है.
महिलाओं के लिए जरूरी है मैटरनिटी इंश्योरेंस - maternity cover necessary for woman
कुछ रेग्युलर हेल्थ इंश्योरेंस (Insurance) प्लान में मैटरनिटी इंश्योरेंस की सुविधा मिल रही है. महिलाओं को मैटरनिटी इंश्योरेंस जरूर करवाना चाहिए. इस इंश्योरेंस में नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी दोनों शामिल होते हैं. प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन कॉस्ट (hospital cast) भी शामिल होती है. मैटरनिटी कवर होने पर डॉक्टर की कंसल्टेशन फीस भी मिल जाती है. इसके अलावा हॉस्पिटल के तमाम खर्चों की भी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होती है.
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मैटरनिटी कवर में सर्जन की फीस भी शामिल
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(Disclaimer: निवेशक निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें. न्यूज स्टेट की खबर को आधार मानकर निवेश करने पर हुए लाभ-हानि का न्यूज स्टेट से कोई लेना-देना नहीं होगा. निवेशक स्वयं के विवेक के आधार पर निवेश के फैसले लें)