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खराब हो गया है क्रेडिट स्कोर (Credit Score), कोई बात नहीं हम बताएंगे ठीक करने के टिप्स

क्रेडिट स्कोर (Credit Score): समय पर कर्ज का भुगतान न करने पर, लोन डिफॉल्ट करने पर, लोन सेटलमेंट करने पर, क्रेडिट कार्ड के बिल का समय पर भुगतान न करने पर और दूसरे का लोन गारंटर बनने पर आपका क्रेडिट स्कोर खराब होने की आशंका बढ़ जाती है.

Updated on: 26 Nov 2019, 11:06 AM

नई दिल्ली:

क्रेडिट स्कोर (Credit Score): कई बार ऐसा होता है कि सारे कागजात सही होने के बावजूद लोन (Loan) नहीं मिल पाता है. बैंक उसके खराब क्रे़डिट स्कोर का हवाला देकर लोन देने से मान कर देते हैं. अब सवाल उठता है कि व्यक्ति अपना क्रे़डिट स्कोर सुधारने के लिए क्या करे. ऐसे कौन से उपाय हैं जिसे चुनकर उसे आने वाले दिनों में आसानी से लोन मिल सके. आज की इस रिपोर्ट के जरिए क्रेडिट स्कोर से जुड़ी सारी समस्याओं को दूर करने की कोशिश करेंगे.

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क्रेडिट स्कोर कैसे होता है खराब
समय पर कर्ज का भुगतान न करने पर, लोन डिफॉल्ट करने पर, लोन सेटलमेंट करने पर, क्रेडिट कार्ड के बिल का समय पर भुगतान न करने पर और दूसरे का लोन गारंटर बनने पर आपका क्रेडिट स्कोर (cibil score calculation) खराब होने की आशंका बढ़ जाती है. इसलिए समय पर सभी तरह के भुगतान करने की कोशिश करनी चाहिए.

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क्रेडिट स्कोर कैसे सुधारें - How To Improve Credit Score
आम लोगों को क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सही तरीके से करना चाहिए. क्रेडिट कार्ड के सही इस्तेमाल से क्रेडिट स्कोर (free credit score check) सुधरता है. इसके अलावा समय पर क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करें. लिमिट का 30-40 फीसदी ही उपयोग करें. अगर लिमिट से ज्यादा खर्च हो गया हो तो इस पर गौर करना चाहिए. समय-समय पर क्रेडिट रिपोर्ट की समीक्षा करते रहें. क्रेडिट स्कोर खराब होने पर लोन मिलने में परेशानी होगी. अगर धोखाधड़ी हुई है तो रिपोर्ट से पता चल जाएगी. अगर रिपोर्ट में कोई गड़बड़ी है, तो लोन देने वाली एजेंसी से संपर्क करें.

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कैसे मिलेगी क्रेडिट रिपोर्ट
क्रेडिट रिपोर्ट लेना बहुत आसान है. इसके लिए इंटरनेट पर कई वेबसाइट्स मौजूद हैं जहां से क्रेडिट रिपोर्ट लिया जा सकता है. वेबसाइट पर अकाउंट बनाकर रिपोर्ट हासिल किया जा सकता है. हालांकि अकाउंट बनाने के लिए आपको कुछ जानकारी देनी होगी. जानकारी देने के बाद आप अपना क्रेडिट रिपोर्ट देख पाएंगे. इसके अलावा कभी भी लोन, क्रेडिट कार्ड लेने के लिए सीधे कंपनी से संपर्क न करें. ऑनलाइन फाइनेंशियल मार्केटप्लेस के जरिए ही पूछताछ करें. पोर्टल्स की समीक्षा सॉफ्ट इन्क्वायरी मानी जाती है. सॉफ्ट इन्क्वायरी का असर क्रेडिट रिपोर्ट पर नहीं दिखाई देता है.

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क्रेडिट स्कोर का गणित

  • 750 से अधिक बहुत अच्छा
  • 700-749 अच्छा
  • 650-699 ठीक ठाक
  • 550-649 खराब
  • 550 या कम बहुत खराब

समय पर बिल का भुगतान करना जरूरी
क्रेडिट स्कोर सही रखने के लिए यह बेहद जरूरी है कि क्रेडिट कार्ड के बिल, लोन की EMI का समय पर भुगतान हो. समय पर भुगतान नहीं करने पर लेट-पेमेंट फीस देनी पड़ती है, जिसका आपके क्रेडिट स्कोर पर निगेटिव असर पड़ता है. सिर्फ सिक्योर्ड ही नहीं अन-सिक्योर्ड लोन भी लेना चाहिए. ज्यादातर लोग होम, कार जैसे सिक्योर्ड लोन ही लेते हैं. पर्सनल लोन वगैरह अन-सिक्योर्ड लोन की श्रेणी में आते हैं. ऐसे में अन-सिक्योर्ड लोन का समय पर भुगतान करने से क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है.