कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO): मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्मचारियों को निकट भविष्य में प्रॉविडेंट फंड (PF) के पैसे को नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) के जरिए शेयर मार्केट में निवेश करने का विकल्प मिल सकता है. इसके अलावा केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार द्वारा नई नौकरी शुरू करने वाले कर्मचारियों को EPF या NPS में से किसी एक को चुनने का विकल्प भी दिया जा सकता है.
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मोदी सरकार ने प्रस्ताव का ड्राफ्ट जारी किया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नरेंद्र मोदी सरकार ने इस संबंध में प्रस्ताव का ड्राफ्ट जारी किया है. प्रॉविडेंट फंड सब्सक्राइबर्स के पास अब अपने हिसाब से EPF या NPS चुनने का विकल्प मिलेगा. श्रम मंत्रालय ने मामले पर 24 सितंबर को एक अहम बैठक बुलाई है. श्रम मंत्रालय की इस बैठक में सहमति बनने के बाद प्रस्ताव को कैबिनेट के पास भेजा जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक NPS का विकल्प चुनने पर 1 महीने के भीतर पीएफ (PF) की राशि ट्रांसफर हो जाएगी. इसके अलावा कर्मचारियों को EPF चुनने का विकल्प भी दिया जाएगा.
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केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार (Santosh Gangwar) ने कहा है कि श्रम मंत्रालय 2018-19 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) जमा पर 8.65 फीसदी की ब्याज दर को जल्द अधिसूचित करेगा. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय को इस ब्याज दर पर किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं है. बता दें कि भविष्य निधि खाताधारकों के खाते में ब्याज का पैसा जमा करने के लिए श्रम मंत्रालय की अधिसूचना की जरूरत होती है. इसके बाद ही भविष्यनिधि के छह करोड़ से ज्यादा अंशधारकों को इसका फायदा होगा.