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फेस्‍टिव सीजन में खरीदें सस्‍ता Gold, आज आख़िरी दिन बचा है ऑफर

फेस्‍टिव सीजन (Festive Season) में अगर गोल्‍ड (Gold) खरीदना चाहते हैं तो अच्‍छी खबर है. सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बांड (sovereign gold bond ) को निवेश के लिए खोला दिया है.

Updated on: 19 Oct 2018, 09:04 AM

नई दिल्‍ली:

फेस्‍टिव सीजन (Festive Season) में अगर गोल्‍ड (Gold) खरीदना चाहते हैं तो अच्‍छी खबर है. सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बांड (sovereign gold bond ) को निवेश के लिए खोला दिया है. कोई भी इन गोल्‍ड बांड (Gold bond) में 19 अक्‍टूबर तक निवेश कर सकता है. आवेदन करने के बाद लोगों को गोल्‍ड बांड का सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा. इस वक्‍त गोल्ड बांड (Gold) का इश्यू प्राइस सोने के मौजूदा मार्केट से करीब 3 फीसदी कम चल रहा है, क्योंकि सरकार लोगों को ऑनलाइन पेमेंट करने पर 50 रुपए का डिस्काउंट दे रही है.

अगले महीने भी जारी होगा गोल्‍ड बांड
इस गोल्‍ड बांड (Gold bond) का अगला चरण 5 नवंबर को ओपन किया जाएगा और 9 नवंबर को बंद कर दिया जाएगा. इसके बाद ये 24 दिसंबर से 28 दिसंबर तक एक बार फिर खुलेगा. योजना का चौथा चरण 14 से 18 जनवरी और पांचवां चरण 4 से 8 फरवरी तक होगा.

ऐसे खरीदे गोल्‍ड बांड
गोल्‍ड बांड (Gold bond) की बिक्री बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन आफ इंडिया लि. (stock holding corporation of India Ltd (SHCIL), मनोनीत डाकघरों (Post Offices) तथा मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) और बीएसई लिमिटेड (BSE) के जरिये की जा रही है.

ये है ऑफर
जो लोग ऑनलाइन और डिजिटल पेमेंट निवेश करना चाहते हैं, उन्हें इस गोल्ड बांड पर 50 रुपए की छूट दी जा रही है. इंडिविजुअल 500 ग्राम और हिंदु संयुक्त परिवार एक साल के दौरान अधिकतम 4 किलो सोने की कीमत के बराबर तक का गोल्‍ड बांड खरीद सकते हैं. योजना के तहत सोने की कीमत 3,146 रुपए प्रति ग्राम है. बांड पर सालाना कम से कम 2.5 % का रिटर्न मिलेगा. ये बांड 8 साल के बाद मैच्योर होंगे.

ये हैं पेमेंट के तरीके
गोल्‍ड बांड (Gold bond) खरीदने के लिए निवेशक डिमांड ड्रॉफ्ट, चेक या ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं. इसके अलावा कैश पेमेंट की भी सुविधा उपलब्ध है, लेकिन इस स्थिति में वे अधिकतम 20,000 रुपए की कीमत के ही बांड खरीद सकते हैं.

2015 में शुरू हुई थी स्कीम
सरकार की यह स्कीम 2015 में लॉन्च हुई थी. इसका मकसद भौतिक रूप से सोने की मांग में कमी लाना और सोने की खरीदी में उपयोग होने वाले घरेलू बचत का इस्तेमाल वित्तीय बचत में करना है. चालू वित्त वर्ष में सरकारी गोल्ड बांड योजना का पहला चरण 16 अप्रैल को शुरू हुआ था.