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International Women's Day 2024: ग्रामीण महिलाओं को AIC ने किया और सशक्त, हर बुरे वक्त में देगा साथ

International Women's Day 2024: दिल्ली में AIC ने कृषि बीमा से ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण की जागरुकता को लेकर एक इवेंट ऑर्गनाइज़ किया. जिसमें उन्होंने कई वुमेन अचीवर्स अवॉर्ड्स भी बांटे.

Updated on: 08 Mar 2024, 04:02 PM

New Delhi :

International Women's Day 2024: भारतीय कृषि बीमा कंपनी AIC ने दिल्ली के सीडब्ल्यूजी कॉम्प्लेक्स में महिला उपलब्धियों को फेलिसेट किया. इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती चार्मी मुर्मू, गेस्ट ऑफ ऑनर श्रीमती नंदिता बक्शी ने कृषि से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण की बात कही. इस इवेंट का मुख्य उद्देश्य महिला किसानों तक ये संदेश देना था कि उन्हें किसी भी तरह का नुकसान क्यों ना हो, उनकी मदद के लिए एआईसी उनके साथ है. महिला किसानों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ यहां कुछ कॉम्पीटीशन भी हुए थे जिनके अवॉर्ड भी इस इवेंट में दिए गए.

महिला दिवस के खास दिन पर AIC ने परनाला जिले की कमलजीत कौर को फेलिसिटेट किया, जिन्होंने हर मां को जगारूक किया कि कैसे वो केमिकल वाली सब्जियों और फलों के रूप में अपने बच्चों को जहर खिला रही हैं। सबसे पहले खुद कमलजीत कौर ने 2011 में स्पेशल ट्रेनिंग लेकर किचन गार्डनिंग शुरू की और फिर धीरे-धीरे गांव की लगभग 2000 महिलाओं को जोड़ा. अब यही महिलाएं AIC के कृषि बीमा से अपनी जैसी और महिलाओं को सशक्त कर सकती हैं. कमलजीत कौर के किचन गार्डनिंग करवाने के पीछे की वजह ये है कि अगर महिला काम नहीं कर पाती है तो वो इस तरह की गार्डनिंग से बचा सकती है, इससे पैसे भी बचेंगे और स्वास्थ्य भी बेहतर होगा.

Women's Day

कनिका शर्मा शांडिल्य ने खास बातचीत में बताया कि भारतीय कृषि बीमा कंपनी AIC ने 1000 सेल्फी हेल्प ग्रुप की मदद से माइक्रो इंश्योरेंस एजेंट बनाने का लक्ष्य रखा है. जिसमें उन्होंने 3 ऐसे प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं जो सीधे तौर पर ग्रामीण महिलाओं को लाभ पहुंचाएंगे. गृहलक्ष्मी आय सुरक्षा, मत्स्य आजीविका सुरक्षा और संपूर्ण पशुधन कवच के नाम के ये तीन प्रोडक्ट किसानों को और सुरक्षा देंगे. इस किसान बीमा को करने वाली भी महिलाएं ही होंगी, यानि महिला किसानों को तो बीमा करवाने का लाभ मिलेगा ही लेकिन उनका बीमा करा रही महिलाओं को भी इससे लाभ मिलेगा, जिन्हें 5-15% का कमीशन लगेगा.

इस तरह के कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं के आत्मविश्वास को और मजबूत करते हैं. जिस तरह से अब गांव में रहने वाली महिलाएं भी आगे बढ़ रही हैं और अपनी आर्थिक स्थिति को और मजबूत कर रही हैं उससे ना सिर्फ उनके परिवार का कल्याण होगा बल्कि देश भी समृद्ध होगा.