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सांकेतिक तस्वीर( Photo Credit : news nation)
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सांकेतिक तस्वीर( Photo Credit : news nation)
Year Ender 2023: शेयर बाजार के विकास की गति बहुत सारे अंकगणित कारकों पर आधारित होती है. इसका पूर्ण रूप से अंदाजा लगाना तो मुश्किल है. लेकिन 2023 की बात करें कई बार निवेशकों को बंपर मुनाफा हुआ तो कई बार नैया भी डूब गई. भारतीय शेयर बाजार को लेकर 2023 में किसी निश्चित दृष्टिकोण का आंकलन करना कठिन है. क्योंकि शेयर मार्केट का हाल पल-पल बदलता रहता है. 4 जनवरी 2023 को शेयर मार्केट 637 अंक की जोरदार गिरावट के साथ बंद हुआ था. वहीं 29 दिसंबर 2023 की बात करें तो शेयर मार्केट उछाल के साथ बंद हुआ है.
इन शेयरों ने किया मालामाल
2023 में शेयरों की बात करें तो निवेशकों को मालामाल करने वाले शेयरों में आरईसी लिमिटेड, पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन, एनएलसी इंडिया, कल्यान ज्वैलर्स के शेयर शामिल हैं. आंकड़ों के मुताबिक इन शेयरों में निवेशकों को 270 से 280 फीसदी तक बंपर रिटर्न दिया है. नुकसान की बात करें तो इस साल सबसे ज्यादा अडानी के शेयरों में निवेशकों को नुकसान झेलना पड़ा.
इन शेयरों ने डुबोई नैया
निवेशकों को सबसे ज्यादा नुकसान अडानी गैस के शेयर में हुआ है. साल की शुरूआत में ही अडानी के गैस शेयर 3500 रुपए से ज्यादा पर कारोबार कर रहे थे. लेकिन अब इनमें 70 फीसदी से ज्यादा गिरावट आ गई है. वहीं राजेश राजेश एक्सपोर्ट्स लिमिटेड के शेयरों में भी 44 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. इसके अलावा अडानी विल्मर के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई है.
क्या-क्या हुए सुधार
1. आर्थिक सुधार
भारत सरकार ने आर्थिक सुधारों को बढ़ावा दिया है, जैसे कि आर्थिक नीतियों में सुधार, विदेशी प्रतिस्थापना और विदेशी प्रतिस्थापना की अनुमति में बदलाव. इन सुधारों के माध्यम से, विदेशी निवेशकों में रुचि बढ़ सकती है और शेयर बाजार को विशेष रूप से गति मिल सकती है. एक्सपर्ट को उम्मीद है कि 2024 शेयर मार्केट से जुड़े लोगों के लिए शानदार रहेगा.
2.वित्तीय प्रणाली का सुधार
भारतीय सरकार ने इसमें भी सुधार करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि बैंकों के निगरानीकरण, इंस्टिट्यूशनल क्रेडिट के बढ़ाने के लिए नई पहचान प्रणाली,और रियल एस्टेट सेक्टर में सुधारों का उद्घाटन। यह सब उदाहरण शेयर बाजार में एक अच्छे विकास का संकेत हो सकते हैं. केंद्रीय और राज्य सरकारों ने विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं जो विभिन्न उद्यमों और क्षेत्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए हैं. इससे उद्यमियों को प्रेरित मिल सकता है और शेयर बाजार में अधिक गति मिल सकती है.
3.तकनीकी उन्नति
भारत ने तकनीकी उन्नति में भी कदम उठाए हैं, जैसे कि डिजिटलीकरण, ई-कॉमर्स के विस्तार, और आधार आधारित पहचान प्रणाली की व्यापक प्रयोग गति मिली है. यह सभी कदम शेयर बाजार को और उत्साहित कर सकते हैं और नए और छोटे पूंजीपतियों को शेयर बाजार में आने के लिए संबंधित और सुलभता प्रदान कर सकते हैं.
5. सरकारी नीतियां
सरकारी नीतियों का भी बड़ा प्रभाव हो सकता है शेयर बाजार पर. सरकार ने अधिकों को वित्तीय बाजार में निवेश करने के लिए प्रोत्साहन दिया है, जैसे बड़े निवेशकों को छूट के साथ निर्माण कार्यों में निवेश करने की अनुमति देना और छोटे निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश करने के लिए प्रेरित करना.ये नीतियां भारतीय शेयर बाजार का तेज विकास को संभव बना सकती हैं.
यहां सूचित किया गया है कि शेयर बाजार में तेज विकास की संभावना है, लेकिन कृपया ध्यान दें कि ये सिर्फ संभावनाएं हैं और बाजार की गति विभिन्न कारकों पर निर्भर करेगी। शेयर बाजार जानकारों के पास सही और विशेषज्ञ सलाह लेना जरूरी है, और व्यापारियों को उचित जागरूकता, विश्लेषण और निवेश करने की मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।
HIGHLIGHTS
Source : News Nation Bureau