मजबूत रुपये के दम पर सेंसेक्स ने लगाई 450 अंक की छलांग

रुपये के मजबूत होने के बाद हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में सेंसेक्स में जबरदस्त 450 से अधिक की उछाल आई है।

रुपये के मजबूत होने के बाद हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में सेंसेक्स में जबरदस्त 450 से अधिक की उछाल आई है।

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Abhishek Parashar
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मजबूत रुपये के दम पर सेंसेक्स ने लगाई 450 अंक की छलांग

रुपये के मजबूत होने के बाद हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में सेंसेक्स में जबरदस्त 450 से अधिक की उछाल आई है। गुरवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में रिकॉर्ड गिरावट आई थी, जिसके बाद रिजर्व बैंक को दखल देना पड़ा था। आरबीआई के हस्तक्षेप के बाद शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 0.5 फीसदी तक मजबूत हुआ।

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शुक्रवार को सेंसेक्स 456.17 अंक मजबूत होकर 26,316.34 पर बंद हुआ। आईटी और फार्मा शेयरों में आई उछाल से सेंसेक्स में शानदार रिकवरी देखने को मिली। सेंसेक्स में मजबूत होने वाले शेयरों में टीसीएस, इंफोसिस, सन फार्मा, गेल, ल्यूपिन और विप्रो शामिल रहे। पिछले हफ्ते फार्मा और आईटी शेयर दबाव में रहे।  

डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद भारत की फार्मा और आईटी कंपनियों के शेयरों पर दबाव दिख रहा था। इसके अलावा ट्रंप की संरक्षणवादी नीतियों की पैरवी किए जाने के कारण निवेशकों ने उभरती इकनॉमी से पैसा निकालकर अमेरिकी बॉन्ड और स्टॉक में लगाना शुरू कर दिया था, जिसकी वजह से भारत समेत एशियाई शेयर बाजार दबाव में आ गए थे।

शुक्रवार को आरबीआई के दखल के बाद रुपये में 0.5 फीसदी की मजबूती आई और इससे शेयर बाजार को बल मिला। गुरुवार को रिकॉर्ड लेवल तक टूटने के बाद शुक्रवार को रुपया 68.41 के स्तर तक जा पहुंचा।

हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में रुपये में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा और यह 70 के स्तर तक जा सकता है।
सेंसेक्स और निफ्टी में आई तेजी की वजह आईटी और फार्मा शेयरों में हुई खरीदारी रही। इंफोसिस, टीसीएस और ल्यूपिन के शेयरों में 3-4 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली।

निफ्टी ने बनाया सपोर्ट लेवल

शुक्रवार को निफ्टी में 1.87 फीसदी की तेजी आई। निफ्टी 148.80 अंक मजबूत होकर 8114.30 पर बंद हुआ। निफ्टी 8100 के अहम सपोर्ट स्तर को बनाए ऱखने में सफल रहा।

निफ्टी में 42 शेयर हरे निशान में जबकि 9 शेयर लाल निशान में बंद हुए। नोटबंदी के बाद जीडीपी ग्रोथ को लेकर जारी आशंकाओं की वजह से बाजार दबाव में था। हालांकि रेटिंग एजेंसी फिच ने साफ कर दिया है कि मीडियम टर्म में भारत की ग्रोथ रेट चीन से ज्यादा रहेगी।

जारी रिपोर्ट में फिच ने कहा है, 'हम उम्मीद करते हैं कि वित्त वर्ष 2018 में भारत की जीडीपी सुधारों और मौद्रिक राहत के कारण तेज रहेगी।' दिसंबर में फेडरल रिजर्व की तरफ से भी ब्याज दरों की समीक्षा की जानी है। बाजार की नजर फेडरल रिजर्व के फैसलों पर भी होगी।

HIGHLIGHTS

शुक्रवार को सेंसेक्स में जबरदस्त 450 से अधिक की उछाल आई है

रुपये में आई मजबूती और आईटी एवं फार्मा शेयरों में खरीदारी से उछला शेयर बाजार

Source : News Nation Bureau

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