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RBI ने कोरोना वायरस की वजह से मुसीबत का सामना कर रहे एक्सपोर्टर्स को दी बड़ी राहत

रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते आई दिक्कतों के चलते 31 जुलाई 2020 तक किए गए निर्यात (Export) से होने वाली आय को देश में वापस लाने की अवधि को निर्यात की तारीख से 15 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है.

Updated on: 01 Apr 2020, 02:44 PM

मुंबई:

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने बुधवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के आर्थिक असर से निपटने के लिए नए उपायों की घोषणा की, जिसमें निर्यात आय की प्राप्ति और स्वदेश भेजने की अवधि में बढ़ोतरी शामिल है. इसके साथ ही आरबीआई (RBI) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आय-व्यय के नकदी प्रवाह में अंतर की सीमा में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. आरबीआई ने एक बयान में कहा कि वर्तमान में निर्यातकों द्वारा वस्तुओं तथा सॉफ्टवेयर निर्यात की पूरी राशि को निर्यात की तारीख से नौ महीने के भीतर देश में लाना होता है.

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निर्यात आय वापस लाने की समयसीमा बढ़ी

रिजर्व बैंक ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते आई दिक्कतों के चलते 31 जुलाई 2020 तक किए गए निर्यात (Export) से होने वाली आय को देश में वापस लाने की अवधि को निर्यात की तारीख से 15 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है.

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बता दें कि देश में कोरोना वायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) का आज आठवां दिन है लेकिन इससे संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. भारत में अबतक इस महामारी से 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 146 नए मामले सामने आने के बाद मरीजों की संख्या 1397 पहुंच गई है. वहीं WHO के मुताबिक दुनियाभर में कोविड-19 मामले की संख्या 754, 948 पहुंच गई है और मरने वालों की संख्या 36, 571 हो गई है. कोरोना जैसे खतरनाक वायरस (Corona Virus) को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और उनके विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम काम कर रही है. यह टीम कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में मिनट टू मिनट की गतिविधियों पर नजर रख रही है.