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Paytm IPO: Paytm के शेयरों की लिस्टिंग आज होगी, क्या कहते हैं जानकार

Paytm IPO: Paytm के इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा QIB के लिए रिजर्व है. हाई नेटवर्थ इनवेस्टर्स (HNI या NII) के लिए 15 फीसदी और बाकी का 10 फीसदी हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है.

Updated on: 18 Nov 2021, 08:06 AM

highlights

  • आईपीओ 8 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था
  • पेटीएम के इश्यू का प्राइस बैंड 2,080-2,150 रुपये है

मुंबई:

Paytm IPO: देश का सबसे बड़ा IPO यानी पेटीएम के शेयर आज यानी 18 नवंबर 2021 को BSE और NSE पर लिस्ट होने जा रहे हैं. बता दें कि देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट्स कंपनी पेटीएम (Paytm) की पैरंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन लिमिटेड (One 97 Communications Ltd) का आईपीओ 8 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 10 नवंबर को बंद हो गया था. कंपनी इस आईपीओ के जरिए 18,300 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. पेटीएम के इश्यू का प्राइस बैंड 2,080-2,150 रुपये है. बता दें कि यह IPO सिर्फ 1.89 गुना ही सब्सक्राइब हो पाया था जो कि अनुमान से काफी कम था.

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IPO से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल इसके लिए होगा
बता दें कि कुल इश्यू का 45 फीसदी फंड कंपनी ने एंकर इनवेस्टर्स से जुटा लिया है. पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा, जापान का सॉफ्टबैंक, चीन के एंट ग्रुप, अलीबाबा और Elevation Capital कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे. विजय शेखर शर्मा इसके जरिए आने वाली राशि का इस्तेमाल QBE Raheja के साथ फाइनेंशियल डील को पूरा करने में करेंगे. 

Paytm के इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व है. हाई नेटवर्थ इनवेस्टर्स (HNI या NII) के लिए 15 फीसदी और बाकी का 10 फीसदी हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है. Paytm की योजना फ्रेश इश्यू से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल नए मर्चेंट्स और ग्राहकों को जोड़ने में करने की है. निवेशकों के साथ वैल्यूएशन पर मतभेद के कारण Paytm ने Pre-IPO फंड नहीं जुटाया है. कंपनी के प्रमुख इनवेस्टर्स में अलीबाबा और इसकी सहयोगी एंट ग्रुप के पास 38 प्रतिशत, एलिवेशन कैपिटल के पास 17.65 प्रतिशत और जापान के सॉफ्टबैंक की 18.73 प्रतिशत हिस्सेदारी है. विजय शर्मा के पास लगभग प्रतिशत होल्डिंग है और वह पेटीएम की लिस्टिंग के बाद इसके प्रमोटर नहीं रहेंगे. आज से 5 साल पहले 8 नवंबर, 2016 को देश में नोटबंदी की घोषणा हुई थी और उसका सबसे ज्यादा पेटीएम को ही हुआ था. मौजूदा समय में पेटीएम के देश में 33 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं.

बाजार के जानकारों का कहना है कि Paytm के शेयरों की लिस्टिंग कमजोर हो सकती है. दरअसल, कंपनी के इश्यू को कमजोर प्रतिक्रिया मिली थी जिसको देखते हुए इसकी लिस्टिंग भी कमजोर रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. कमजोर सब्सक्रिप्शन, ग्रे मार्केट में घटते प्रीमियम, हाई वैल्यूएशन की वजह से Paytm की लिस्टिंग कमजोर रह सकती है.