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विदेश में सबसे बड़ी डील की तैयारी में रिलायंस जियो, ब्रिटेन की इस कंपनी पर है मुकेश अंबानी की नजर

रिलांयस इस डील को करने में कामयाब हो जाती है तो किसी भी भारतीय कंपनी की विदेश में यह सबसे बड़ी डील होगी. इससे पहले रिलायंस ने टी-मोबाइल (T-Mobile) की डच यूनिट को खरीदने के लिए बोली लगाई थी.

Updated on: 29 Nov 2021, 10:32 AM

highlights

  • मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो के बाद विदेशी बाजार पर नजर
  • ब्रिटेन की सबसे बड़ी कंपनी है बीटी ग्रुप, 170 देशों में कारोबार
  • विदेश में किसी भी भारतीय की सबसे बड़ी डील होगी 

नई दिल्ली:

देश के टेलीकॉम सेक्टर में एक नया कीर्तिमान रच चुकी रिलायंस जियो (Reliance Jio) की नजर अब विदेशी बाजारों पर है. मुकेश अंबानी से स्वामित्व वाली यह कंपनी ब्रिटेन के टेलिकॉम ग्रुप बीटी (BT) पर बोली लगाने की संभावना तलाश रही है. इस कंपनी को पहले ब्रिटिश टेलिकॉम (British Telecom) के नाम से जाना जाता था. अगर रिलांयस इस डील को करने में कामयाब हो जाती है तो किसी भी भारतीय कंपनी की विदेश में यह सबसे बड़ी डील होगी. इससे पहले रिलायंस ने टी-मोबाइल (T-Mobile) की डच यूनिट को खरीदने के लिए बोली लगाई थी. हालांकि इस डील में Apax Partners and Warburg Pincus की एक पीए कंसोर्टियम ने बाजी मार ली थी. इसके बाद ही साफ हो गया था कि मुकेश अंबानी की नजर अब विदेश के टेलीकॉम सेक्टर में जाने की है.  

170 देशों में है बीटी का कारोबार  
बीटी ब्रिटेन का बड़ा ग्रुप है. इसका मौजूदा मार्केट कैप 20.63 अरब डॉलर है. कंपनी का कारोबार 170 से अधिक देशों में फैला है. इसे 1980 के दशक में प्राइवेट कर दिया गया था लेकिन अब भी इसका स्ट्रक्चर लालफीताशाही में फंसा हुआ है. पिछले 5 साल में इसके शेयर में 53 फीसदी गिरावट आई है. बाजार के जानकारों का कहना है कि यह डील फिलहाल शुरुआती चरण है. इसको अंजाम तक पहुंचने के लिए लंबा सफर तय करना है. अभी इस बात की भी जानकारी सामने नहीं आई है कि मुकेश अंबानी ने बीटी के सीईओ फिलिप जैनसन (Philip Jansen) और पद छोड़ने जा रहे चेयरमैन जैन डू प्लेसिस (Jan du Plessis) से मुलाकात की है या नहीं. बीटी ब्रिटेन में फिक्स्ड लाइन टेलिकॉम सर्विसेज की ऑपरेटर है. कंपनी फाइबर ब्रॉडबैंड, आईपी टीवी, टेलीविजन और स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्टिगं और मोबाइल सर्विस सर्विसेज भी देती है. 

कंपनी ने बताया अफवाह  
दूसरी तरफ बीटी ने इस डील को लेकर किसी भी टिप्पणी से इनकार किया है. कंपनी ने इस खबर को अफवाह बताया है. कंपनी का कहना है कि हम हमेशा बीटी के लिए वैल्यू क्रिएटिंग ऑप्शंस के लिए तैयार रहते हैं और अभी हमारा फोकस फाइबर टु द प्रिमाइसेज (FTTP) पर है.