रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा कि मौजूदा आर्थिक सुस्ती (Economic Slowdown) अस्थायी है और बाहरी उतार-चढ़ाव से प्रभावित है. उन्होंने कहा कि देश को अगले दशक के लिए और अधिक आशावादी होने की वजह है. रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने कहा कि आने वाला दशक कारोबारों की तरक्की लिहाज से ऐतिहासिक अवसर प्रस्तुत करने वाला होगा और भारत को दुनिया की तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शुमार करेगा.
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वित्त मंत्री के प्रयासों से अर्थव्यवस्था में आएगा सुधार
अंबानी ने कहा कि मुझे लगता है कि हमने अस्थायी पीड़ाएं झेली हैं लेकिन केंद्रीय वित्तमंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने जो नेतृत्व प्रदान किया है उससे हम इससे उबरने वाले हैं. विदेशी उतार-चढ़ावों ने हमें प्रभावित किया है, लेकिन मैं बहुत बहुत आशावादी हूं. अंबानी एक निजी टेलीविजन चैनव द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'बिजनेस लीडर ऑफ द डिकेड' पुरस्कार प्रदान किए जाने के बाद संबोधित कर रहे थे.
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दुनिया की 50 सबसे तेजी से बढ़ती खुदरा कंपनियों में शीर्ष पर रिलायंस रिटेल
घरेलू खुदरा कंपनी रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) दुनिया की 50 सबसे तेजी से बढ़ती खुदरा कंपनियों में शीर्ष पर है. वित्त वर्ष 2012-13 से 2017-18 की अवधि के लिए डेलॉयट के ‘खुदरा क्षेत्र की वैश्विक शक्ति-2020’ सूचकांक में रिलायंस रिटेल शीर्ष पर रही है. रिलायंस रिटेल उद्योगपति मुकेश अंबानी के रिलायंस समूह का हिस्सा है. डेलॉयट ने 250 वैश्विक कंपनियों के 2017-18 के आय-व्यय विवरण के आधार पर उनकी रैकिंग की है.
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रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस रिटेल ने इस सूचकांक में 2017-18 में पहला स्थान हासिल किया है जबकि 2016-17 में वह छठे स्थान पर थी, जबकि ‘खुदरा क्षेत्र की वैश्विक शक्ति-2020’ सूचकांक में वालमार्ट स्टोर्स (Walmart Stores) पहले स्थान पर और कोस्टको होलसेल कॉर्प दूसरे स्थान पर रही, जबकि अमेजन इस सूचकांक में तीसरे स्थान पर रही है. रिपोर्ट के अनुसार इस सूची में शामिल होने वाली रिलायंस रिटेल इकलौती भारतीय कंपनी है. बाकी अधिकतर कंपनी जापान, चीन और हॉन्गकॉन्ग की हैं.